ब्रेन के क्लॉट को हटाने के लिए की गई ब्रेन सर्जरी के बाद से वह वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। यह जानकारी आर्मी के आरआर हॉस्पिटल ने मंगलवार को दी।
सर्जरी से पहले 84 साल के मुखर्जी का कोरोना टेस्ट भी पॉजिटिव पाया गया था, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को दिल्ली के आर्मी हॉस्पिटल में गंभीर हालत में सोमवार को भर्ती किया गया।
उनकी सेहत में कोई सुधार नहीं दिख रहा है। उन्हें अभी वेंटिलेटर सपोर्ट पर ही रखा गया है। सर्जरी से पहले 84 साल के मुखर्जी का कोरोना टेस्ट भी पॉजिटिव पाया गया था। आर्मी हॉस्पिटल के मुताबिक, सर्जरी के बाद भी उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने खुद ट्वीट कर बताया था कि अस्पताल में किसी अन्य चेकअप के लिए गया था। जांच में मेरी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जो भी लोग मेरे संपर्क में आए हों, वे टेस्ट करा लें और खुद को आइसोलेट कर लें। बता दें कि प्रणब मुखर्जी 2012 से 2017 तक देश के राष्ट्रपति रहे थे। पश्चिम बंगाल स्थित बीरभूम जिले के पैतृक गांव में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के जल्द ठीक होने के लिए उनके धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो गया है।
गांव के पुजारियों का अगले तीन दिनों तक धार्मिक अनुष्ठान जारी रहेगा। स्थानीय लोग मिलकर महामृत्युंजय जाप करवा रहे हैं। लोगों का कहना है कि इससे मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य का लाभ मिलता है। एक मोक्ष मंत्र होने के नाते, महामृत्युंजय मंत्र लंबी उम्र और अमरता का वरदान देता है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने भी मुखर्जी के जल्द ठीक होने की कामना की थी। कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया कि हम पूर्व राष्ट्रपति की जल्दी ही कोरोना से ठीक होने की कामना करते हैं।
वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हॉस्पिटल पहुंचकर पूर्व राष्ट्रपति के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी। राजनाथ सिंह करीब 20 मिनट तक हॉस्पिटल में थे।