मध्यप्रदेश के भोपाल जिला अंतर्गत फंदा जनपद पंचायत अंतर्गत अचारपुरा ग्राम पंचायत सचिव एवं पंचायत रोजगार सहायक ने फर्जी फर्जी बिल और मस्टर रोल भर कर राशी निकाल ली है रोजगार सहायक हिरदेश मारन के द्वारा दी गई प्रधानमंत्री आवास की राशि अपने अधिकार का दूरउपयोग कर दूसरे लोगों के नाम पर फर्जी मस्टर रोल को तैयार कर राशि आहरण कर लिया वही नेट रिचार्ज का फर्जी बिल लगाकर राशि का आहरण किया जा रहा है जबकि पंचायत भवन में नेट कनेक्शन नहीं लगवाया गया है जिसका प्रमाण इस शिकायत में संलंग्न है
जनपद पंचायत फंदा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है लेकिन प्रशासन चुप होकर बैठा हुआ है अखबार में चाहे जितने भी भ्रष्टाचार के मामले उजागर हो लेकिन इसमें किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं हो रही है ऐसा इसलिए क्योंकि कार्यालय बैठे कुछ कर्मचारी एवं अधिकारीयो की मिलीभगत से इतना बड़ा भ्रष्टाचार हो जाता है जिससे सचिव एवं सरपंच के हौसले बुलंद रहते हैं जनपद पंचायत फंदा के ग्राम पंचायत अचारपुरा के निवासी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर बताया की सचिव के द्वारा शौचालय के नाम पर 12000 उसके कहते में डलवाकर 9000 वापस ले ली गई , ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक सचिव हिरदेश मारन एवं सचिव ब्रजमोहन शर्मा फर्जी मस्टररोल भर कर एवं अपने चहेतों लोगों के नाम पर राशि आहरण करने के लिए फिराक में लगे हुए हैं रोजगार सचिव एवं सचिव द्वारा हितग्राहियो को यह कहकर बहला दिया गया है कि आप लोग चिंता मत करो हम तुम लोगों को ही पैसा दिलवाएंगे और आप लोगों को मिलेगा ।
सचिव की मनमानी:-
सचिव ब्रजमोहन शर्मा के द्वारा कभी भी ग्राम पंचायत के कार्यालय का ताला नहीं खोला जाता है ,साथ ही मध्यप्रदेश शासन की समस्त योजनाओं में बट्टा लगाने से भी पीछे नहीं हटते हैं जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत में पंच परमेश्वर योजना हो चाहे प्रधानमंत्री आवास हो चाहे शौचालय निर्माण का कार्य हो सारी योजनाओं में ब्रजमोहन शर्मा की अहम भूमिका रहती है और समस्त योजनाओं को ग्राम पंचायत के हितग्राहियों को मुहैया नहीं कराते बल्कि अपनी तानाशाही रवैया से लोगों को परेशान करते हैं जब भी ग्राम पंचायत का कोई भी हितग्राही ब्रजमोहन शर्मा पंचायत सचिव के पास जाते हैं तो सिर्फ उन को बहला कर भगा दिया जाता है मध्यप्रदेश शासन एक तरफ गरीब व्यक्तियों के लिए निर्देश जारी करती है लेकिन ब्रजमोहन शर्मा जैसे पंचायत सचिव के द्वारा सारी योजना में पलीता लगाने से भी उनको डर नहीं लगता है
पंचायत सचिव पर अनियमितताओं का ग्रामीणों ने लगाया आरोप।
चाहे वह सड़क निर्माण कार्य हो या नाली निर्माण, शौचालय निर्माण, वृक्षा रौपण कार्य, आवास योजना, स्टेशनरी व्यय, मोटर संधारण के बिल बाऊचर, गरीबी रेखा का कार्ड सहित अन्य निर्माण कार्यों में लापरवाही बरती गई है। शासकीय योजनाओं का लाभ सचिव सिर्फ और सिर्फ अपने चेहते लोगों को पहले दे रहे है। पंचायत में चल रहे निर्माण कार्यों में घटिया मटेरियल से निर्माण कार्य किया जा रहा है। शासन के दिशा निर्देशों को दरकिनार रख कर शासकीय राशि का बंदरबांट करने में लगे हुए है। और नियम विरुद्ध उक्त कार्य को अंजाम देने में लगे हुए है। इसके फलस्वरूप ग्रामीणों का आक्रोश और नाराजगी दिनोदिन आसमान छूने लगी है