अमेरिका की सपोर्ट पर किए गए इस समझौते का मकसद पश्चिम एशिया में ईरान की ताकत और उसके प्रभुत्व पर नकेल कसना है और अरब क्षेत्र के दूसरे देशों को बढ़ावा देना है.
ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने शनिवार को एक भाषण में कहा कि UAE का ये कदम एक भारी भूल है. UAE ने इजरायल के साथ 13 अगस्त को एक ऐतिहासिक समझौता किया है. पश्चिम एशिया में इजरायल और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की ऐतिहासिक दोस्ती को ईरान ने भारी भूल करार दिया है. ईरान ने कहा है कि UAE ने फिलीस्तीन की जनता के साथ धोखेबाजी की है.
माना जाता है कि इस समझौते के पीछे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अहम भूमिका है. राष्ट्रपति रुहानी ने कहा कि UAE ने फिलीस्तीन के मुद्दे को त्याग कर दगाबाजी की है. उन्होंने UAE को चेतावनी देते हुए कहा कि वो इजरायल को अरब क्षेत्र में पैर जमाने देने की गलती कतई न करे.