तिलवाराघाट में पुराना पुल, भेड़ाघाट में लम्हेटा छोर का पुल भी डूब गया है। धुआंधार, घुघवा जलप्रपात नर्मदा में समा गए हैं। मनोरम नजारे के साथ सेल्फी, वीडियो बनाने लोग नर्मदा तटों पर पहुंच रहे हैं।
जबलपुर: ग्वारीघाट के मंदिर डूब गए हैं। ग्वारीघाट और भेड़ाघाट में गोताखोर और पुलिस के जवान गश्त कर रहे हैं। अन्य तटों पर तैनाती नहीं होने से लोग खतरनाक स्थलों पर पहुंच रहे हैं। शहर में पिछले दिनों से हो रही बारिश से नर्मदा तट लबालब हो गए हैं।
पावर हाउस और दायीं तट नहर से भी पानी छोड़ा जा रहा है। बरगी डैम कं ट्रोल रूम की टीम हालात पर नजर रखे हुए है, जिससे आवश्यकतानुसार खोले जाने वाले गेट की संख्या व ऊं चाई कम या बढ़ाई जा सके। उधर, कैचमेंट क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण बरगी डैम भी लबालब है। डैम में जल स्तर को सुरक्षित सीमा पर बनाए रखने के लिए तेरह गेट से पानी छोड़ा जा रहा है। तटवर्ती क्षेत्रों के रहवासियों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।
डैम में वृहत स्तर पर पानी की आवक हो रही है, इसी अनुपात में पानी छोड़ा जा रहा है। देर रात अतिरिक्त पानी की निकासी;
डैम में लगातार हो रही पानी की आवक को देखते हुए मंगलवार देर रात सभी तेरह गेट की ऊं चाई बढ़ा दी गई। डैम से पानी की अतिरिक्त पानी की निकासी की गई।
बरगी डैम:
- 13 गेट से हो रही पानी की निकासी
- 03 मीटर औसतन खुले हैं गेट
- 422.35 मीटर है मौजूदा जलस्तर
- 422.76 मीटर है अधिकतम जलभराव स्तर
- 196252 क्यूसेक है पानी की आवक
- 195292 क्यूसेक हो रही पानी की निकासी