राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। अरविंद केजरीवाल आज दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। सुबह 11 बजे उन्होंने CM हाउस में विधायक दल की बैठक बुलाई है। इसमें नए CM का नाम तय होगा। शाम 4:30 बजे वे उपराज्यपाल (LG) विनय सक्सेना से मिलकर इस्तीफा सौपेंगे। खास बात यह है कि आज ही PM मोदी का 74वां जन्मदिन है!
LG से मुलाकात के दौरान ही केजरीवाल दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का नाम भी सौपेंगे। सूत्रों के मुताबिक आतिशी, कैलाश गहलोत, गोपाल राय और सुनीता केजरीवाल में से कोई एक दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री बन सकता है। इसी हफ्ते नए CM और कैबिनेट का शपथ ग्रहण भी होगा।
1. मुख्यमंत्री तो हैं, लेकिन पावर नहीं दिल्ली शराब नीति केस में अरविंद केजरीवाल 177 दिन बाद जमानत पर जेल से बाहर आए। सुप्रीम कोर्ट ने शर्त रखी कि वे CM ऑफिस नहीं जाएंगे और न ही किसी फाइल पर साइन करेंगे। यानी जेल से बाहर आने और मुख्यमंत्री रहते हुए भी उनके पास पावर नहीं रहा।
2. सिर्फ 5 महीने का कार्यकाल बचा दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल फरवरी 2025 में खत्म हो रहा है। यानी सरकार के पास चुनाव में सिर्फ 5 महीने ही बचे हैं। इस दौरान सरकारें लोक-लुभावन चुनावी फैसले लेती हैं। केजरीवाल कोर्ट की शर्तों में बंधे हैं। जेल से छूटने के बाद केजरीवाल के साथ सहानुभूति है। दो-तीन महीने पहले दिल्ली में चुनाव की मांग कर केजरीवाल इसे भुनाना चाहेंगे।
3. ईमानदार नेता की छवि को मजबूत करेंगे दिल्ली शराब नीति केस में नाम आने और गिरफ्तारी के बाद से ही भाजपा के नेता अरविंद केजरीवाल से मुख्यमंत्री पद छोड़ने की मांग कर रहे थे। केजरीवाल ने अब इस्तीफे का ऐलान कर दिया है। अब वे भाजपा नेताओं को सीधे कह सकेंगे कि सिर्फ आरोप रहते मैंने मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया। अब मेरी ईमानदारी का फैसला जनता करेगी।