इस ऑडियो संदेश में दावा किया गया है कि पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें एक मौत के दस्ते (डेथ स्क्वाड) का नेतृत्व करने के लिए कहा है. एहसानुल्लाह एहसान ने दावा किया कि उन्हें खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में टारगेट किए जाने वाले पत्रकारों सहित व्यक्तियों की एक सूची दी गई.
इस ऑडियो संदेश में दावा किया गया है कि पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें एक मौत के दस्ते (डेथ स्क्वाड) का नेतृत्व करने के लिए कहा है. पाकिस्तानी तालिबान के पूर्व प्रवक्ता एहसानुल्लाह एहसान ने 10 अगस्त को एक ऑडियो संदेश पोस्ट किया है. एहसानुल्लाह एहसान ने दावा किया कि उन्हें खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में टारगेट किए जाने वाले पत्रकारों सहित व्यक्तियों की एक सूची दी गई.
वहीं इस मामले में लेफ्टिनेंट जनरल आर तलत मसूद का कहना है कि पाकिस्तान सेना को अपनी स्थिति साफ करनी चाहिए और एहसान के दावों पर एक बयान जारी करना चाहिए. न्यूज वेबसाइट डीवा (Deewa) को मसूद ने कहा, ‘एहसानुल्लाह निर्दोष नागरिकों की हत्याओं में शामिल है.
एपीएस हमले में और उसके भागने की जांच की जानी चाहिए.’ हालांकि पाकिस्तानी तालिबान के आतंकी एहसानुल्लाह ने एपीएस हमले में अपनी भूमिका से इनकार किया है.
आधिकारिक वाट्सऐप स्थिति से पता चलता है कि उन्होंने डीवा के एक रिपोर्टर से एक टिप्पणी के लिए अनुरोध प्राप्त किया है. मैसेज सीन कर लिया गया लेकिन किसी प्रकार की कोई टिप्पणी नहीं दी गई.
वहीं इस मामले में डीवा की ओर से रिएक्शन मांगे जाने पर पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग की ओर से अभी तक कोई जवाब नहीं दिया गया है.