स्थानीय गोताखोरों के अलावा भाेपाल से आई एसडीआरएफ की टीम ने मंगलवार दोपहर करीब 1.15 बजे शव को नदी से निकाला। शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।
सीहोर के मूडलाकलां गांव में पार्वती नदी में डूबने वाली पांच बच्चियों में से 10 साल की सानिया का शव 24 घंटे बाद मिल गया। एक दिन पहले सोमवार को गांव मूडलाकलां निवासी मुबीन खां अपनी तीन बेटियां कहकशा बी (15) साल, मनतशा बी (17) और सानिया बी (10) और दो भतीजी मुन्नी उर्फ मुनिया पुत्री मुबारिक खां (16) और अफसान पुत्री अंसार मियां (17) के साथ पार्वती नदी पर नहाने गए थे।
बच्चियों को किनारे पर नहाने के लिए बोलकर मुबीन गहरे पानी में चला गया। लेकिन नहाते-नहाते ये पांचों बच्चियां भी तेज धार की चपेट में आ गईं और डूबने लगीं। मुबीन ने किसी तरह अपनी दो भतीजी को तो निकालकर किनारे पर पहुंचाया और फिर दोबारा पानी में कूदा तो उसकी तीनों बेटियों में एक का भी पता नहीं चला।
मुबीन ने मदद के लिए लोगों को पुकारा तो नदी वहां से निकल रहे अन्य लोग वहां पहुंचे। जिसके बाद कोटवार के माध्यम से मंडी पुलिस को सूचना दी गई। बच्चियों के डूबने की खबर के करीब आधे घंटे में ही मंडी पुलिस और होमगार्ड के गोताखोर मय दल-बल के पहुंचे।
घटनास्थल पर एसपी एसएस चौहान, एडि. एसपी समीर यादव, आरआई, सीएसपी सहित मंडी थाना प्रभारी डीएसपी अर्चना अहीर भी उपस्थित थीं। शाम करीब 4 बजे दो अन्य बच्चियों कहकशा और मनतशा के शव भी मिल गए। लेकिन सानिया का देर रात तक पता नहीं चला था।
ऐसे में रात के समय अधेरा अधिक होने से रेस्क्यू रोका गया था। मंगलवार सुबह 5 बजे फिर से रेस्क्यू किया गया। डीएसपी अर्चना अहीर ने बताया कि शव पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।