राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि । राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की बुधवार को आखिरकार मुलाकात हुई। यह मुलाकात करीब एक घंटे लंबी चली। इस दौरान मुख्यमंत्री ठाकरे के साथ उप मुख्यमंत्री अजित पवार, राजस्व मंत्री बालासाहब ठाकरे और मुख्य सचिव सिताराम कुंटे भी उपस्थित थे।
राज्यपाल कोश्यारी और मुख्यमंत्री ठाकरे के बीच विधान परिषद के 12 सदस्यों की नियुक्तों को लेकर टकराव चल रहा है। यह मामला मुंबई हाईकोर्ट में जाने पर मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता और न्यायाधीश गिरीश कुलकर्णी की खंडपीठ ने साफ शब्दों में राज्यपाल को अपना संवैधानिक कर्तव्य जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया था।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास आघाडी सरकार ने कुल 12 लोगों को विधान परिषद सदस्य बनाने की लिखित सिफारिश राज्यपाल कोश्यारी से की है। इसमें शिवसेना के कोटे से अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर, नितीन बानगुडे पाटील, विजय करंजकर और चंद्रकांत रघुवंशी के नाम की सिफारिश की गई है। इसी प्रकार कांग्रेस के कोटे से प्रदेश प्रवक्ता सचिन सावंत, रजनी पाटील, मुजफ्फर हुसैन व अनिरुद्ध वनकर के नाम की और राकांपा के कोटे से पूर्व राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे, किसान नेता राजू शेट्टी, यशपाल भिंगे और आनंद शिंदे को विधान परिषद सदस्य बनाने की सिफारिश की गई है।
उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने राज्यपाल कोश्यारी से मुलाकात के बाद बताया कि हमें आज एक सितंबर को मुलाकात का वक्त राज्यपाल की ओर से दिया गया था। जिसकी वजह से पूर्व नियोजित समय से यह मुलाकात हुई है। इस मुलाकात के दौरान प्रोटोकॉल के अनुसार राज्य में जो कुछ भी चल रहा है। उसकी जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में मानसून की वजह से निर्माण हुई परिस्थिति और बांधों में पानी की जानकारी राज्यपाल को दी गई। इसके साथ ही 12 विधान परिषद सदस्यों की नियुक्ति पर जल्द से जल्द निर्णय लेने का भी निवेदन किया गया।
एक सवाल के जवाब में पवार ने बताया कि चूंकि मुलाकात के दौरान राज्य से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई। जिसकी वजह से एक घंटे से अधिक का वक्त मुलाकात में लगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने जिन नामों की सिफारिश विधान परिषद सदस्य के लिए की है। राज्यपाल ने उन नामों पर इस मुलाकात के दौरान कोई आपत्ति नहीं जताई।
किसान नेता एवं स्वाभिमानी संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी का नाम विधान परिषद सदस्य के लिए राकांपा के कोटे से राज्यपाल के पास भेजा गया हुआ है। परंतु अब चर्चा है कि शेट्टी के नाम पर विवाद हो गया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि हमने विधान परिषद सदस्य के लिए जिन 12 नामों की सिफारिश राज्यपाल के पास की है। वह सिरफारिश मंत्रिमंडल की बैठक में निर्णय लेकर किया गया है। अब नयी जानकारी यह सामने आई है कि हाल ही में यदि कोई व्यक्ति कोई चुनाव हारा है, तो उसे विधान परिषद का सदस्य नहीं बनाया जाना चाहिए। इस नयी जानकारी के कानूनी पहलू को देखा जा रहा है। यदि यह बात सही पाई जाएगी और किसी की नियुक्ति को लेकर कोई अड़चन निर्माण होगी, तो मुख्यमंत्री इस संबंध में उचित निर्णय लेंगे। इसके साथ ही पवार ने याद दिलाया कि जब अरुण जेटली चुनाव हार गए थे, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें राज्यसभा का सदस्य बनाया था।