नया ब्रिज लगभग एक किलोमीटर लंबा होगा और उसे बनाने में सौ करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होंगे। अकोला फोर लेन प्रोजेक्ट के तहत बनने वाले पांच बड़े ब्रिजों में नर्मदा नदी का ब्रिज सबसे लंबा होगा। कोशिश है कि 2021 में फोर लेन रोड के साथ ब्रिज निर्माण शुरू कर 2023 में इसे पूरा कर दिया जाए।

इंदौर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): इंदौर-अकोला फोर लेन रोड प्रोजेक्ट के तहत मोरटक्का में नर्मदा नदी पर नया सिक्स लेन ब्रिज बनाया जाएगा। यह वर्तमान ब्रिज से अलग बनेगा क्योंकि फोर लेन प्रोजेक्ट का रोड अलग अलाइनमेंट से गुजरेगा।
मोरटक्का में ब्रिज वाला हिस्सा 38 किमी लंबे बड़वाह-सनावद फोर लेन पैकेज के अंतर्गत बनेगा। इस पूरे हिस्से को चौड़ा करने में 500 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होंगे। फिलहाल इस हिस्से में चौड़ीकरण के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया हो रही है जो दिसंबर तक पूरी होगी। मोरटक्का में वर्तमान ब्रिज लगभग 750 मीटर लंबा है। नए ब्रिज का काम नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआइ) की देखरेख में होगा। इंदौर-अकोला फोर लेन रोड का काम अलग-अलग पैकेज में होगा।
ब्रिज के आगे सनावद की तरफ ओंकारेश्वर रोड रेलवे स्टेशन है जहां से ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग का रास्ता जाता है। मोरटक्का ब्रिज के पास बने खेड़ीघाट पर रोजाना हजारों लोग नर्मदा स्नान, अस्थि विसर्जन और अन्य धार्मिक क्रियाओं के लिए आते हैं। नर्मदा नदी पर बना होने से मोरटक्का ब्रिज धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। रोजाना ब्रिज से गुजरते लोग वहां से नर्मदा नदी के दर्शन करते हैं। इसी के ठीक पास महू-सनावद छोटी रेलवे लाइन का ब्रिज भी है जिसे भविष्य में बड़ी लाइन के लिए चौड़ा करने की योजना है।
हालांकि इसके लिए स्थानीय प्रशासन को ब्रिज निर्माण के साथ बायपास की जरूरी जमीन दिलवाने में एनएचएआइ की मदद करनी होगी ताकि दोनों प्रोजेक्ट जल्द पूरे हों। – विवेक जायसवाल, रीजनल ऑफिसर, एनएचएआइमोरटक्का में नर्मदा नदी पर बना वर्तमान ब्रिज इस हालत में नहीं है कि उस पर ज्यादा ट्रैफिक चलाया जाए। नया ब्रिज डाउन स्ट्रीम पर बायपास पर बनेगा जिसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है।