राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और ED ने मंगलवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के कई ठिकानों पर छापेमारी की। देश के 8 राज्यों से 170 PFI कार्यकर्ताओं को अरेस्ट किया गया है। दिल्ली के शाहीन बाग में NIA ने रेड करके PFI से जुड़े 30 लोगों को हिरासत में लिया है। शाहीन बाग में इस एक्शन के बाद केंद्रीय पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया है। टीम ने मोबाइल फोन और अन्य डिवाइस समेत कई दस्तावेज भी अपने कब्जे में लिए हैं। वहीं, जामिया नगर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
महाराष्ट्र से 15, कर्नाटक के कोलार से 6 और असम से 25 PFI कार्यकर्ताओं को पकड़ा गया है। NIA और 9 राज्यों की ATS एक साथ एक्शन में है। यह PFI पर छापेमारी का दूसरा राउंड है। पहले राउंड में गिरफ्तार कार्यकर्ताओं से पूछताछ में खुलासा हुआ था कि इनका नेटवर्क पूरे देश में फैल चुका है। इनके मध्य प्रदेश सहित ज्यादातर राज्यों में सिमी से जुड़े होने के भी सबूत मिले।
इसके बाद देशभर की इंटेलिजेंस और सुरक्षा एजेंसियों ने PFI नेटवर्क खंगालने की कवायद शुरू की। 20 राज्यों और 100 से ज्यादा शहरों में इनका सर्विलांस शुरू हुआ। पता चला कि PFI को खाड़ी देशों और बड़े मुस्लिम कारोबारियों से चंदा मिल रहा है।
दिल्ली के शाहीन बाग में NIA की टीम ने मंगलवार सुबह छापा मारकर 30 लोगों को हिरासत में लिया है। इनमें से कुछ के बारे में NIA को पुख्ता सूचना मिली थी, जबकि कुछ को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया है। इस एक्शन के दौरान पूरे शाहीन बाग में केंद्रीय सुरक्षा बल CRPF की तैनाती कर दी गई है। शाहीन बाग में ही CAA-NRC के खिलाफ कई महीने तक लगातार प्रदर्शन हुआ था।
उत्तर प्रदेश ATS ने मंगलवार सुबह गाजियाबाद, मेरठ और बुलंदशहर में छापेमारी कर 16 लोगों को उठाया है। गाजियाबाद से 12, मेरठ से 3 और बुलंदशहर से 1 संदिग्ध को उठाया है। ATS को इनपुट मिले हैं कि ये सभी PFI यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से जुड़े हुए हैं। ATS ने यह कार्रवाई सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात की है। ATS ने बुलंदशहर में पीएफआई से जुड़े वकील को भी उठाया है।