राष्ट्र आजकल | काँग्रेस पार्टी के शीर्ष 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि पार्टी को संचालित करने के लिए अब प्रभावी केंद्रीय नेतृत्व की ज़रूरत है।आज इसमें नया मोड़ आया है। रिपोर्ट्स के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के नेताओं के एक Group द्वारा लिखे गए पत्र का जवाब दिया है। हालांकि पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए इसका खंडन किया है।उन्होंने कहा है कि पार्टी नेतृत्व परिवर्तन के बारे में सोनिया गांधी द्वारा किसी को भी कोई साक्षात्कार नहीं दिया गया। कल सोमवार यानि 24 अगस्त को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक होने वाली है। इस संबंध में बैठक के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।पिछले दिनों पार्टी से निकाले गए पूर्व प्रवक्ता संजय झा ने खुलासा किया था कि 100 कांग्रेसी नेताओं ने पत्र लिखकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से नेतृत्व परिवर्तन की मांग की। मालूम हो कि कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर सोनिया गांधी का कार्यकाल खत्म हो चुका है। इसे देखते हुए कांग्रेस में बदलाव की मांग उठने लगी है।
इस बारे में कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों, पार्टी सांसदों और पूर्व मंत्रियों समेत इस बीच कांग्रेस के दिग्गजों में अलग अलग बयान सामने आए हैं। कुछ नेता सोनिया गांधी के नेतृत्व से संतुष्ट हैं तो कुछ ने राहुल को दोबारा अध्यक्ष पद संभालने की गुहार लगाई है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि 23 वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र लिखने की खबर अविश्वसनीय है और अगर यह सच भी है तो यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। इस बात को लेकर मीडिया में जाने की कोई आवश्यकता नहीं थी,मेरा दृढ़ता से मानना है कि सोनिया गांधी जी को इस महत्वपूर्ण मोड़ पर पार्टी का नेतृत्व करते रहना चाहिए। मेरा मानना है कि राहुल गांधी को आगे आना चाहिए और कांग्रेस अध्यक्ष बनना चाहिए।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर उनसे पार्टी के अध्यक्ष पद को संभालने की गुजारिश की है। वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस में गांधी परिवार के नेतृत्व को चुनौती देने वाले नेताओं काविरोध करते हुए कहा है कि यह इस तरह का मसला उठाने का यह समय नहीं है। गांधी परिवार इस भूमिका के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। सोनिया गांधी जब तक चाहती हैं उन्हें कांग्रेस का नेतृत्व करना चाहिए।
कांग्रेस को ऐसे नेतृत्व की जरूरत है जो केवल कुछ लोगों के लिए नहीं बल्कि समूची पार्टी, समस्त कार्यकर्ताओं और देश के लिए स्वीकार्य हो।