पर्सनेल्टी पर है तमिल मां और नाना की छाप, कितनी भारतीय हैं कमला हैरिस, डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति उम्मीदवार…

- Advertisement -
- Advertisement -

हैरिस के पास दिखने में भारतीयों के बीच काफी स्वीकार्यता है. अधिकतर ट्विटर पंडित बारीकियों को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं हैं. वो सिर्फ उल्लेख करते हैं और फिर भाप की तरह गायब हो जाते हैं जैसे कि कुछ कहा ही नहीं गया.

Source: Instagram

डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने जब से रनिंग मेट (उपराष्ट्रपति उम्मीदवार) के तौर पर सीनेटर कमला हैरिस का चयन किया है, ट्विटर पर भारतीय-अमेरिकी समुदाय के बीच सवालों का तूफान आया हुआ है.

डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने जब से रनिंग मेट (उपराष्ट्रपति उम्मीदवार) के तौर पर सीनेटर कमला हैरिस का चयन किया है, ट्विटर पर भारतीय अमेरिकी समुदाय के बीच सवालों का तूफान आया हुआ है. जानते हैं कि कमला हैरिस कितनी भारतीय हैं.

पहली बात तो साफ है कि हैरिस की दौड़ भारत में उपराष्ट्रपति बनने के लिए नहीं है. वे अमेरिकी उपराष्ट्रपति बनने के लिए उम्मीदवार हैं. हैरिस अपने देश का प्रतिनिधित्व करेंगी, अमेरिकी राष्ट्रीय हितों को बढ़ावा देंगी.

अगर बिडेन जीतते हैं, तो हैरिस यह पता लगाएंगी कि अमेरिका-भारत हित कहां मिलते हैं और दोनों देश एक साथ कैसे काम कर सकते हैं. यह विदेश संबंधों का बुनियादी पाठ है. हैरिस को भारत सरकार के साथ केवल इसलिए सहमत नहीं होना है क्योंकि वह आधी भारतीय है. हालांकि भारतीय अमेरिकी समुदाय में कुछ की ऐसी ही अपेक्षा लगती है.

दिल्ली के कुछ विश्लेषक इसे मुद्दा मानते हैं. लेकिन एक पेशेवर नीति निर्माता आमतौर पर लागत और फायदों को लेकर कठोर होता है. यह न सिर्फ गैर वाजिब है बल्कि ‘सेल्फ-डिफीट’ जैसा है. हां, भारतीय अमेरिकी कभी-कभी भारत की नीतियों के बारे में अधिक आलोचनात्मक हो सकते हैं क्योंकि वे अपनी निष्पक्षता साबित करना चाहते हैं.

अगर हैरिस के ‘भारतीयता’ पक्ष को मापा जाए तो इसके कथित अभाव ने कई को दिक्कत का एहसास कराया है. ये सिर्फ ट्विटर टाइमलाइन और फोन पर हुई कुछ बातचीत के अवैज्ञानिक अवलोकन के आधार पर है. “चौकीदारों” ने घोषणा की है कि वह (हैरिस) भारत के लिए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ‘बुरी खबर’ हैं.

यह बड़ा चार्मिंग और भारतीय लगता है जब केलिंग को हैरिस ‘आंटी’ न कहने की चेतावनी देती है लेकिन जैसे ही केलिंग के पिता किचन में आते हैं तो उन्हें ‘अंकल’ कह कर बुलाती हैं. शायद, “जब कमला डोसा बनाएंगी” तो उसके उन्हें ब्राउनी पाइंट्स मिलेंगे. एक्ट्रेस और कॉमेडियन मिंडी केलिंग के साथ डोसा बनाते, दही चावल पर चर्चा करते और ये याद करते देंखें कि कैसे उनकी माओं ने यह सुनिश्चित किया कि काम पर निकलने से पहले उन्हें हमेशा घर का बना खाना मिले. हैरिस अपनी दाल से अपनी इडली जानती हैं.

- Advertisement -

Latest news

सोना हुआ महंगा, चांदी की भी बढ़ी चमक, जानें आज क्या है 22-24 कैरेट गोल्ड का रेट

राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि I सोने की कीमतों में आज यानी 20 सितंबर को तेजी है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA)...
- Advertisement -

ज़रूर पढ़े

इंदौर: नाबालिग को हुआ पंजाब के लड़के से प्रेम, पबजी खेल से हुई थी दोनों की जान- पहचान, पहुँच गयी पंजाब उससे मिलने

परिजनों की गुमशुदगी की शिकायत पर; पुलिस ने कॉल डिटेल निकाली तो दस दिन बाद आरोपी और लड़की को इंदौर ले आई।...

सिंधिया: किसने क्या किया- क्या नहीं किया, कांग्रेस को खुद नहीं पता अपने नेताओं के बारे में

कांग्रेस खुद ही नहीं जानती कि उनके नेता ने क्या किया और क्या नहीं. कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले ज्योतिरादित्य...

Related news

पीएम आवास के बांटे अधिकार पत्र:सहरिया समाज के लोगों का कराया गृह प्रवेश

राष्ट्र आजकल/बबलू शर्मा/लटेरी विदिशा लटेरी तहसील के ललचिया पंचायत के अंतर्गत भीलाखेड़ी गांव में प्रधानमंत्री जन मन योजना के...

वन नेशन-वन इलेक्शन आखिर कैसे करेगा काम? क्या होगी इसकी रूपरेखा

राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि/ देश में लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव (वन नेशन वन इलेक्शन) करवाने के प्रस्ताव को बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट...

आसमान में होंगे दो चंद्रमा! सितंबर से नवंबर तक पृथ्वी को मिलेगा नया मिनी मून

राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि I पृथ्वी को करीब ढाई महीने के लिए एक छोटा चांद मिला है। यह उसकी गुरुत्वाकर्षण शक्ति को और...

हिन्दी दिवस पर”आर एम सनसिटी पब्लिक स्कूल” में बाल कवि सम्मेलन का हुआ आयोजन

राष्ट्र आजकल/प्रदीप बच्चन/बलिया यूपी बलिया(यूपी) मे हिन्दी दिवस के अवसर पर आर एम सनसिटी पाब्लिक स्कुल पिलुई मनियर के...
- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here