सभी उड़ानें रद्द कर दी गई थीं. उसके बाद 25 मई से सीमित उड़ानों के साथ घरेलू यात्राएं शुरू की गईं. कोरोना वायरस और लॉकडाउन की वजह से 25 मार्च से घरेलू हवाई यात्रा पर पाबंदी लगा दी गई थी.
सिविल एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए के मुताबिक इस साल जून में कुल 19.84 लाख यात्रियों ने घरेलू यात्रा की. अभी भी घरेलू यात्रा में सीमित विमानों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
कोरोना संकट की वजह से हवाई उड़ानें बुरी तरीके से प्रभावित हुई हैं. जुलाई महीने में कुल 21.7 लाख यात्रियों ने डोमेस्टिक एयर ट्रैवल की है. पिछले साल की जुलाई की तुलना में घरेलू यात्रियों की संख्या में करीब 82.3 फीसदी की कमी आई है. पिछले साल जुलाई में एक करोड़ 19 लाख यात्रियों ने सफर किया था. दरअसल कोरोना वायरस और लॉकडाउन की वजह से 25 मार्च से घरेलू हवाई यात्रा पर पाबंदी लगा दी गई थी. सभी उड़ानें रद्द कर दी गई थीं. उसके बाद 25 मई से सीमित उड़ानों के साथ घरेलू यात्राएं शुरू की गईं.
आंकड़ों में कहा गया है कि जुलाई में समय के पालन के लिहाज से एयरएशिया इंडिया का चार मेट्रो हवाई अड्डों बंगलूरू, दिल्ली, हैदराबाद और मुंबई में 98.1 फीसदी के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा.
डीजीसीए के अनुसार, इस साल जुलाई में स्पाइसजेट की क्षमता का 70 फीसदी ही उपयोग हो सका. जबकि इंडिगो की 60.2 फीसदी , गोएयर की 50.5 फीसदी, विस्तारा की 53.1 फीसदी, एयरएशिया इंडिया की 56.2 फीसदी और एयर इंडिया की 45.5 फीसदी ही रही.