जानकारी के मुताबिक गिरीश चंद्र मुर्मू केंद्र सरकार बड़ी जिम्मेदारी देना जा रही है। वह भारत के नियंत्रक व महालेखा परीक्षक (सीएजी) बनाए जा सकते हैं। बता दें कि मुर्मू ने अनुच्छेद 370 हटने के ठीक एक साल बाद अपने पद से त्यागपत्र दिया है।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने इस्तीफा दे दिया। केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद मुर्मू ने लगभग नौ महीने तक प्रदेश की कमान संभाली। मुर्मू का इस्तीफा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंजूर कर लिया है।
जम्मू-कश्मीर के नए उप राज्यपाल (एलजी) पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता मनोज सिन्हा होंगे। समाचार एजेंसी एएनआई ने जानकारी दी है कि जीसी मूर्मू के इस्तीफे को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वीकार कर लिया है और उन्होंने मनोज सिन्हा को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर का नया उप राज्यपाल नियुक्त किया है।
सोशल मीडिया पर भी उन्हें हटाए जाने की बात वायरल हुई थी लेकिन तब केंद्र ने उनका बचाव किया था। 1985 बैच के आईएएस अफसर रहे मुर्मू गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव रहे थे।
पूरे दिन उन्होंने सरकारी कामकाज किया। प्रशासनिक परिषद की बैठक की अध्यक्षता की और शाम को अचानक उन्होंने इस्तीफा दे दिया। 5 अगस्त को देर शाम अचानक उपराज्यपाल के इस्तीफे की चर्चा शुरू हुई। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मुर्मू को केंद्र में भेजे जाने की कवायद पिछले कई महीने से चल रही थी।