अलार्म बजते ही रेलवे के अफसरों ने महिला को साइड में बैठाया। सभी यात्रियों की जांच के बाद उसकी पुनः जांच की गई। इसमें उसका तापमान 99.1 आया। इसके बाद उसे ट्रेन में जाने दिया गया।
इंदौर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): 6ः40 बजे जैसे ही एक महिला अपने बच्चे साथ थर्मल स्क्रीनिंग मशीन के सामने खड़ी हुई, उसका तापमान 99.7 स्क्रीन में दिखते ही अलार्म बज गया। Indore Jabalpur Overnight Express रविवार को इंदौर से जाने वाले जबलपुर ओवरनाइट एक्सप्रेस में जाने वाले यात्री कतारबद्ध होकर टिकट व थर्मल स्क्रीनिंग के काउंटर के सामने पहुंच रहे थे।
रविवार शाम 7ः30 बजे प्लेटफॉर्म नंबर 4 से जबलपुर ओवरनाइट एक्सप्रेस रवाना हुई। 24 कोच की ट्रेन को एक नंबर प्लेटफॉर्म से भेजना संभव नहीं था। इस वजह से रेलवे प्रशासन ने इसे चार नंबर प्लेटफॉर्म से रवाना किया। हालांकि यात्रियों को एक नंबर प्लेटफॉर्म की ओर से ही प्रवेश दिया गया। यह महिला इंदौर से भोपाल जा रही थी, इसके पास खुद का पहचान पत्र भी नहीं था। महिला ने बच्चे का आधार कार्ड दिखाया, इसके बाद उसे अनुमति दी गई।
कोरोना संक्रमण के पांच माह बाद रविवार को रात 7ः30 बजे इंदौर ओवरनाइट एक्सप्रेस इंदौर से 241 यात्रियों को लेकर रवाना हुई। शाम 5 बजे से ही यात्री पहुंच गए थे। पहले उन्हें वेटिंग एरिया में बैठाया गया। यात्री टिकट व पहचान पत्र की जांच के बाद ऑटोमैटिक थर्मल स्क्रीनिंग मशीन के पास पहुंचे। वहां उनका तापमान जांचकर व टिकट को स्कैन किया गया। इसके बाद एक नंबर प्लेटफॉर्म से यात्रियों को चलकर चार नंबर प्लेटफॉर्म पर खड़ी ट्रेन में बैठने के लिए जाना पड़ा।
प्लेटफॉर्म पर प्रवेश द्वार के पास सुबह से शाम 5 बजे तक ताबड़तोड़ केबिन बनाया गया, जो यात्रियों के प्लेटफॉर्म पर पहुंचने तक जारी था। यहां स्कैनर इंस्टाल किए गए और फिर जांच की गई। अन्य दो टीटीई प्लेटफॉर्म के बाहर गेट पर यात्रियों के दस्तावेजों की जांच कर रहे थे। रेल प्रबंधन द्वारा पहले बुकिंग खिड़की पर यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था और ऑटोमैटिक टिकट चेकिंग एंड मैनेजिंग एक्सेस सिस्टम (एटीएमए) से टिकट जांच की व्यवस्था थी, लेकिन यात्रियों को घूमकर नहीं जाना पड़े। इसलिए रविवार को यह व्यवस्था बदली।