एम्स के लिए केंद्र सरकार 100 वेंटिलेटर उपलब्ध कराएगी। एम्स का आईसीयू अगले सप्ताह तक बनकर तैयार होगा, जबकि हमीदिया का आईसीयू शुरू करने की तारीख 25 सितंबर तय की गई है।
भोपाल (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए मध्यप्रदेश में 120 बिस्तरों के दो नए आईसीयू बनने जा रहे हैं। भोपाल एम्स में 100 बिस्तरों का नया आईसीयू बनेगा, जबकि हमीदिया अस्पताल में 20 बिस्तरों का नया आईसीयू बनेगा। इन आईसीयू में सभी बेड पर वेंटिलेटर और मरीजों के काम में आने वाली सभी जरूरी मशीनें उपलब्ध रहेंगी।
इस बजट में स्थानीय प्रशासन जैसे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, नगर निगम कर्मचारी, सैनिटाइजेशन, या अन्य स्टाफ का खाना-पीना शामिल नहीं है। गौरतलब है कि कोरोना से निपटने की तैयारियों पर मध्य प्रदेश सरकार 350 करोड़ से अधिक रुपए खर्च कर चुकी है, फिर भी प्रदेश में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। पिछले पांच माह 18 दिन की बात की जाए तो कोरोना के इलाज और इंतजामों पर ये बजट खर्च किया गया है।
यदि कुल खर्च को प्रति मरीज के हिसाब से देखा जाए तो एक मरीज पर अनुमानित 43 से 45 हजार रुपए का खर्चा आया है। इसमें भी होम आइसोलेशन में रहे मरीजों का खर्च शामिल नहीं है। यदि इन सब का खर्चा जोड़ लिया जाए तो बजट काफी अधिक पहुंचेगा। सबसे अधिक राशि संदिग्धों की सैंपलिंग, सैंपलों की जांच और किट में खर्च हुई है। इन पर 125 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।
सरकार का अनुमान है कि अक्टूबर में कोरोना और अधिक तेजी से फैल सकता है। ऐसे में अक्टूबर तक 450 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। कोरोना बजट की बात की जाए तो केंद्र से प्रदेश को 185 करोड़ रुपए मिले हैं, जबकि 165 करोड़ रुपए प्रदेश के खजाने से खर्च किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि कोरोना से निपटने के लिए प्रदेश के पास फिलहाल 150 करोड़ रुपए का बजट रखा हुआ है।