भांडेर विस सीट से उपचुनाव में कांग्रेस ने बहुजन संघर्ष दल से आए फूलसिंह बरैया को उम्मीदवार बनाया तो पूर्व गृहमंत्री महेंद्र बौद्ध ने पार्टी के अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। बौद्ध, भांडेर सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे थे।
ग्वालियर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): बता दें कि शुक्रवार को बौद्ध कमलनाथ से मिलने ग्वालियर आए थे लेकिन मुलाकात नहीं हो पाई। प्रदेश की 27 विस सीटों पर होने वाले उपचुनावों में टिकट न मिलने से नाराज कांग्रेस नेताओं के अब बगावती तेवर सामने आने लगे हैं।
वहीं प्रेस वार्ता में कमलनाथ ने सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि वे स्वयं अंचल का प्रतिनिधित्व करते थे, अब सिंधिया ही बताएं क्यों पिछड़ा है ग्वालियर.
इससे पहले बौद्ध ने दतिया दौरे पर आए राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह के सामने भी नाराजगी जताकर अपने इरादे जाहिर कर दिए थे। दिग्विजय सिंह ने उस समय कुछ रास्ता निकालने का आश्वासन देकर मामले को ठंडा करने की कोशिश की थी।
ज्योतिरादित्य मुझ पर क्षेत्र के विकास की उपेक्षा करने के आरोप लगाते हैं लेकिन वे यह भूल जाते हैं कि सत्ता और संगठन में इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व सिंधिया ही करते थे। वे क्षेत्र की जनता को बताएं कि यह क्षेत्र विकास के मामले में क्यों पीछे रहा। उपचुनाव के प्रचार अभियान का आगाज करने शुक्रवार को ग्वालियर आए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा।
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री रहते हुए मैंने ग्वालियर-चंबल की राजनीति में किसी भी तरह का दखल नहीं दिया।