वर्तमान में कई बाजार पहले की तरह सप्ताह में एक दिन बंद रहते हैं। व्यापारियों का कहना है कि एक दिन के साप्ताहिक अवकाश के अलावा यदि शासन-प्रशासन स्तर पर कोई निर्णय लिया जाता है तो हम साथ है।
भोपाल (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): मुख्यमंत्री ने अपील की थी कि बाजारों में दुकानों के खुलने के समय को सीमित करते हुए सप्ताह में एक अथवा दो दिन स्वैच्छिक रूप से आधे अथवा पूरे दिन के लिए बाजार को बंद रखने की व्यवस्था की जाए, ताकि संक्रमण न फैले। भोपाल में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए शासन-प्रशासन सख्त निर्णय ले रहा है।
शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अपील के बाद भोपाल के कई व्यापारी महासंघ शासन-प्रशासन स्तर पर लिए जाने वाले निर्णय के साथ आए हैं।
संक्रमण को देखते हुए हम पहले से ही अपनी थोक किराना दुकानें शाम 7 बजे बंद कर रहे हैं। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए व्यापारी वर्ग सरकार और जिला प्रशासन के साथ है। इस संबंध में जिला प्रशासन बैठक बुलाता है और व्यापारियों की सहमति से निर्णय लेता है तो हम उस पर अमल करेंगे।
शासन-प्रशासन स्तर पर जो भी निर्णय होगा, उस पर अमल करेंगे। चूंकि, कोरोना काल में व्यापार प्रभावित हुआ है। इसलिए आगामी त्योहारों के समय सरकार भी व्यापारियों का ध्यान रखें। न्यू मार्केट व्यापारी महासंघ ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सबसे पहले बाजार जल्दी बंद कर पूरे प्रदेश में एक उदाहरण पेश किया था। स्वैच्छा से सोमवार को बाजार बंद कर ही रहे हैं।
वर्तमान में रात 8 बजे किराना, दूध डेयरी, कपड़ा समेत सभी प्रकार की दुकानें बंद करवाई जा रही है, लेकिन शराब दुकान, होटल और खाने-पीने के ठेले खुल रहे हैं, जबकि मेडिकल को छोड़ सभी दुकानें बंद होना चाहिए। साथ ही पूर्व की तरह रविवार को एक दिन का लॉकडाउन भी लगाया जा सकता है। कोरोना की चैन तोड़ने के लिए शासन-प्रशासन को कड़े प्रयास करने होंगे।
कपड़ा, बर्तन, सराफा से लेकर हर क्षेत्र में मंदी छाई है। फिर भी जल्द संघ के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों से चर्चा कर साप्ताहिक अवकाश के अलावा किस दिन दुकानें बंद करना है, उस पर विचार किया जाएगा। कोरोना काल में व्यापारियों का कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।