मिली जब्कारी के अनुसार शहर का पूर्वी इलाका इसके लिए अधिक बदनाम है। यहां हर प्रकार के ठग मिल जाएंगे। कोई इलाका नकली प्रॉडक्ट का खजाना है तो किसी जगह जमीनों के जालसाजों की भरमार है। लसूड़िया और विजयनगर क्षेत्र एडवाइजरी और कॉल सेंटर के जरिए ठगी करने के मामलों में बदनाम है।

इंदौर (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): झारखंड के जामताड़ा ठगोरों से पूरे देश की पुलिस परेशान है, लेकिन उनसे भी एक कदम आगे हैं इंदौर के ठग। जामताड़ा वाले ठगोरे यूपीआइ लिंक, केवायसी अपडेट, एटीएम पासवर्ड के कुछ हजार रुपयों की ठगी करते हैं, लेकिन इंदौरी ठग सीधे विदेशियों को निशाना बनाते हैं और लाखों इधर-उधर कर देते हैं।
इस इलाके में फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर चलते हैं। वर्ष 2018 में देवासनाका से मेहूल आदि को गिरफ्तार किया था। आरोपित यूएस नागरिकों से रातभर में लाखों रुपए की वसूली कर लेते थे। दो साल बाद क्राइम ब्रांच ने दोबारा करण भट्ट व हर्ष भावसार के इसी तरह के फर्जी कॉल सेंटर को पकड़ा। ये लोग एफबीआइ, ड्रग्स, सोशल सिक्योरिटी नंबर अधिकारी बनकर रुपए (डॉलर) उड़ा रहे थे।
इस इलाके में नकली घी बनता है। पुलिस ने पिछले ही दिनों अशरफ अली को सनफ्लॉवर तेल, एसेंस मिलाकर नकली देशी घी बनाते हुए गिरफ्तार किया था। आरोपित द्वारा तैयार नकली घी कईं शहरों में सप्लाई होता था। विजयनगर थाना क्षेत्र में पीयू-4, स्कीम-54, स्कीम-78, विजयनगर, ऑर्बिट मॉल, मंगल सिटी में भारी तादाद में एडवाइजरी फर्में हैं। आरोपित शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर देशभर से करोड़ों रुपए ठगते हैं।
इसी थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले एमजी रोड, जेल रोड, कोठारी मार्केट में हर प्रकार के नकली सामान मिल जाएंगे। ब्रांडेड कंपनियों की हूबहू जींस, परफ्यूम, डिओ, कॉस्मेटिक, बेल्ट, घड़ी और चश्मे आधी से कम कीमत पर खुलेआम बिकते हैं।
सियागंज क्षेत्र में खुलेआम मिलावटी खाद्य सामग्री बिकती है। नकली साबूदाना, चावल, मिर्च-मसाला अासानी से उपलब्ध है। रानीपुरा में नकली बैग, कपड़े भी मिल जाते हैं।