भोपाल राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि | फरवरी का महिना खत्म होने को है और आगामी महिनों में चुनाव आयोग द्वारा नगरीय निकाय चुनाव और पंचायत चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया जाएगा।जिसके बाद प्रचार प्रसार शुरु हो जाएगा, लेकिन यह शोर नेताओं के लिए राजनीति तो छात्रों के लिए मुसीबत बन जाएगा। क्योंकि अप्रैल से माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्यप्रदेश की 10वीं और 12वीं परीक्षाएं शुरु होने वाली है। वही इसी दौरान स्कूलों और कॉलेजों में भी परीक्षाएं चलेगी।बीते दिनों राज्य निर्वाचन आयुक्त बीपी सिंह ने कहा था कि 3 मार्च को फाइनल वोटर लिस्ट आएगी,इसके बाद चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया जाएगा।वही हाल ही में राज्य चुनाव आयोग से संकेत मिले थे कि अप्रैल महीने में नगरीय निकाय चुनाव कराने के बाद और बोर्ड परीक्षा के पहले पंचायत चुनाव कराए सकते हैं।इसके लिए आयोग ने से बोर्ड परीक्षाओं के बारे में जानकारी भी मांगी है।ऐसे में अगर आयोग द्वारा अप्रैल-मई में चुनावी तारीखों का ऐलान किया जाता है तो उम्मीदवार और राजनीतिक पार्टियों तैयारियाों में जुट जाएंगी और हर उम्मीदवारों का वाहन से प्रचार किया जाएगा, जिससे शोर बढ़ेगा जिससे छात्रों की पढ़ाई पर असर पढ़ सकता है, क्योंकि इसी दौरान स्कूल और कॉलेज की परीक्षाएं भी चलेंगी। 10वीं-12वीं की एमपी बोर्ड व सीबीएसई की परीक्षा में लगभग डेढ़ लाख छात्र बैठेंगे। 9वीं व 11वीं में भी इतने ही छात्र हुए तो कुल स्कूली छात्रों की संख्या 3 लाख होती है।