राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि । आज, यानी 31 जनवरी 2022 को संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है। राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ सत्र की शुरूआत हुई। उनके भाषण के कुछ देर बाद लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण साल 2021-22 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश करेंगी। बजट के ठीक एक दिन पहले पेश होने वाले इकोनॉमिक सर्वे से खुलासा होगा कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने मौजूदा वित्तीय साल में कैसा प्रदर्शन किया है और आने वाले समय में इसकी दशा-दिशा कैसी रहेगी।
वित्त वर्ष 2021-22 की इस आर्थिक समीक्षा में यह पता चलेगा कि कोरोना की दूसरी और तीसरी लहर के बीच देश ने किस तरह से तरक्की की। माना जा रहा है कि चालू वित्त वर्ष के लिए समीक्षा में करीब 9% की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान लगाया जा सकता है।
हम उस देश में रहते हैं, जहां मिडिल क्लास लोगों की तादाद बहुत ज्यादा है। हमारे यहां ज्यादातर घरों में एक डायरी बनाई जाती है। इस डायरी में पूरा हिसाब-किताब रखते हैं। साल खत्म होने के बाद जब हम देखते हैं तो पता चलता है कि हमारा घर कैसा चला? हमने कहां खर्च किया? कितना कमाया? कितना बचाया? इसके आधार पर फिर हम तय करते हैं कि हमें आने वाले साल में किस तरह खर्च करना है? बचत कितनी करनी है? हमारी हालत कैसी रहेगी?
ठीक हमारे घर की डायरी की तरह ही होता है इकोनॉमिक सर्वे। इससे पता चलता है कि हमारे देश की अर्थव्यवस्था की हालत कैसी है? इकोनॉमिक सर्वे में बीते साल का हिसाब-किताब और आने वाले साल के लिए सुझाव, चुनौतियां और समाधान का जिक्र रहता है। इकोनॉमिक सर्वे को बजट से एक दिन पहले पेश किया जाता है।