राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। दिवाली आने पर घरों में तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। इस बार 24 अक्तूबर के दिन दिवाली के त्योहार को धूमधाम से मनाया जाएगा। इस पर्व का विशेष महत्व हमारे धर्म में है। दिवाली के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। हमारे धर्म में पूजा विधि को अच्छे से संपन्न करने के लिए कई विधि विधानों को बनाया गया है। अगर पूजन के दौरान किसी प्रकार की गलती कर दी जाए, तो उससे भगवान नाराज हो सकते हैं दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन करते समय आपको भूलकर भी तुलसी का पत्ता नहीं रखना चाहिए। इसके अलावा आपको भोग भी इसके साथ नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने पर मां लक्ष्मी आपसे रुष्ट हो सकती हैं। मां लक्ष्मी सुहागिन हैं। इस कारण लक्ष्मी पूजन करते समय आपको भूलकर भी सफेद फूल को नहीं चढ़ाना चाहिए। कोशिश करें कि लक्ष्मी माता को कमल के पुष्प अर्पित किया जाए। लक्ष्मी माता की मूर्ति रखने के लिए आपको लाल रंग के कपड़ों का इस्तेमाल करना चाहिए। दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा करते समय आपको दीया मूर्ति के दाईं तरफ रखना चाहिए। पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु पूरे संसार में प्रकाश फैलाते हैं। मां लक्ष्मी का स्थान उनकी दाईं तरफ है।