राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। भाजपा नेता चित्रा वाघ ने उर्फी के कपड़ों को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी और कार्रवाई की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि उर्फी अक्सर सड़कों पर अपने शरीर का प्रदर्शन करती रहती हैं। इसके बाद उर्फी ने चित्रा वाघ पर निशाना साधते हुए कहा था कि ‘क्या राजनेताओं के पास कोई जरुरी काम नहीं है।’ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रुपाली चाकणकर ने उर्फी के केस को लेकर कहा था कि ‘श्लील क्या और अश्लील क्या, इसकी परिभाषा अलग-अलग व्यक्ति और प्रोफेशन के हिसाब से से तय होती है ना कि किसी के नजरिए से। ऐसे मुद्दे पर ध्यान देने के लिए महिला आयोग के पास वक्त नहीं है।’आपको बता दें कि एक तरफ चित्रा वाघ अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला आयोग पर से कह रहीं थीं कि ‘छत्रपति शिवाजी महाराज के महाराष्ट्र में ये सब नंगा नाच नहीं चलेगा।’ वहीं दूसरी तरफ उर्फी खुद इस मुद्दे पर जवाब देने को तैयार हैं। उन्होंने चित्रा को जवाब देते हुए कहा कि ‘मेरा तो नंगा नाच कंटीन्यू रहेगा।’ इतना ही नहीं उर्फी जावेद ने इससे पहले भगवा रंग के भड़काऊ कपड़ों में कैट वॉक भी किया है और इसका वीडियो भी जारी किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चित्रा ने एक पुरानी घटना का जिक्र करते हुए कहा कि ‘अनुराधा’ नाम की वेब सीरीज के एक पोस्टर को लेकर राज्य महिला आयोग ने अभिनेत्री तेजस्विनी पंडित को नोटिस भेज दिया था, लेकिन आज उसी महिला आयोग के पास उर्फी जावेद को नोटिस भेजने का वक्त नहीं है, जो इस नंगा नाच का समर्थन कर रहे हैं |