राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। इस वर्ष मकर संक्रांति 15 जनवरी 2023 को मनाई जा रही है। मकर संक्रांति के दिन लोग गंगा स्नान के बाद दान आदि करते हैं। फिर खिचड़ी व तिल और गुड़ के लड्डू का भोग लगाते हैं और कुछ जगहों पर पतंगबाजी भी होती है। इस मौके पर परिवार और रिश्तेदार मिलते हैं और पर्व को एक साथ मिलकर उत्साह से मनाते हैं। पर्व को खास बनाने के लिए महिलाएं साज श्रृंगार करती हैं। वैसे तो भारतीय रीति रिवाज के मुताबिक किसी भी हिंदू पर्व में काले रंग की चीजों का उपयोग अधिकतर वर्जित होता है लेकिन मकर संक्रांति के मौके पर कई लोग काल रंग के कपड़े पहनते हैं। मकर संक्रांति पर काले रंग के परिधान पहनना शुभ माना जाता है। मकर संक्रांति पर काले रंग के कपड़े पहनने की परंपरा है। वैसे यह परंपरा पूरे भारत में नहीं है। सिर्फ महाराष्ट्र राज्य में मकर संक्रांति का पर्व मनाने वाले लोग काले कपड़े पहनते हैं। देश के बाकी शहरों में रंग बिरंगे कपड़े और अधिकतर पीले रंग के वस्त्र पहने जाते हैं। मान्यताओं के मुताबिक मकर संक्रांति के दिन सूर्य उत्तर दिशा में प्रवेश करता है। इसलिए माना जाता है कि इस दिन से सर्दियों का मौसम खत्म होने लगता है और पतझड़ शुरू हो जाता है। इसके पहले तक मौसम के सबसे सर्द दिन होते हैं। ऐसे में विज्ञान के मुताबिक काले रंग के कपड़े सर्दी से बचाव करने में उपयोगी माने जाते हैं। इसलिए लोग मकर संक्रांति को काल रंग के परिधान पहनते हैं।