राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। 126 साल पुराने गोदरेज ग्रुप जल्द ही अपने बिजनेसों को स्प्लिट करने जा रहा है। इकनॉमिक टाइम्स ने मंगलवार को बताया कि 1.76 लाख करोड़ रुपए की वैल्यूएशन वाला गोदरेज ग्रुप अपने बिजनेसों के फॉर्मल डिवीजन यानी बंटवारे को पूरा करने के लिए जरूरी बातचीत के एडवांस स्टेज में है।
गोदरेज ग्रुप की बिजनेस की रेंज में इंजीनियरिंग सॉल्यूशंस, होम अप्लायंसेस, सिक्योरिटी सॉल्यूशंस, एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स, रियल एस्टेट और कंज्यूमर प्रोडक्ट्स शामिल हैं। वहीं गोदरेज फैमिली के दो गुट हैं – एक गोदरेज इंडस्ट्रीज एंड एसोसिएट्स है, जिसका नेतृत्व आदि गोदरेज और उनके भाई नादिर करते हैं। एक अन्य फर्म – गोदरेज एंड बॉयस मैन्युफैक्चरिंग कंपनी (G&B) है, जिसकी कमान चचेरे भाई जमशेद गोदरेज और स्मिता गोदरेज कृष्णा के हाथों में है।
अभी चर्चा कर रही फैमिली काउंसिल
रिपोर्ट्स के मुताबिक, फैमिली काउंसिल दो क्रिटिकल प्वॉइंट्स पर चर्चा कर रही है- पहला डिवीजन के बाद गोदरेज ब्रांड नाम का यूज, जिसमें पॉसिबल रॉयल्टी पेमेंट्स शामिल हैं और दूसरा वर्तमान में G&B के पास लैंड वैल्यूएशंस हैं।
इस मामले में जमशेद गोदरेज को टॉप इन्वेस्टमेंट बैंकर निमेश कंपानी और कॉर्पोरेट लॉयर जिया मोदी सलाह दे रहे हैं। वहीं बैंकर उदय कोटक और सिरिल श्रॉफ की लीगल फर्म ‘सिरिल अमरचंद मंगलदास’ आदि गोदरेज की एडवाइजर है। ऑफिशियल्स ने बताया कि आदि गोदरेज के बेटे और गोदरेज प्रॉपर्टीज के चेयरमैन पिरोजशा गोदरेज भी चर्चा में शामिल थे।