राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि | 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। योग को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए इस दिन को वैश्विक स्तर पर मनाने का प्रस्ताव भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के सामने रखा, जिसे 117 देशों का समर्थन मिला। योग के महत्व को दुनियाभर के देशों में माना। आज जिस तरह की जीवनशैली लोगों की हो गई है, उसका असर उनके संपूर्ण स्वास्थ्य पर होता है। उच्च रक्तचाप, थायराइड और डाइबिटीज जैसी बीमारियां तो लोगों में सामान्य हो चुकी हैं, अब इनकी तरह ही तनाव और अवसाद की स्थिति भी बनने लगी है। इस तरह की बीमारियां या स्वास्थ्य समस्याओं से व्यक्ति को न जूझना पड़े, इसके लिए योग बहुत ही प्रभावी सुरक्षा कवच बन सकता है। इसके अलावा दवाओं से बीमारी का इलाज मिल सकता है लेकिन उसे जड़ से खत्म करने के लिए भी योगासन लाभकारी है। इस साल योग दिवस की थीम ‘ स्वयं के लिए और समाज के लिए योग’ है। ऐसे में खुद के स्वास्थ्य का ख्याल रखने के साथ ही अपने परिवार, दोस्तों और आस पड़ोसियों को भी स्वास्थ्य के प्रति सचेत करें। इसके लिए उन्हें योग के लिए प्रोत्साहित करते हुए जागरूकता संदेश भेजें।
योग से शरीर रहता है रोगमुक्त
मानसिकता और बौद्धिक बनती है प्रबल।
योग शरीर, मन और आत्मा को प्रदान करता है,
ऊर्जा, ताकत और सौन्दर्य।
नहीं होती है उनको कोई बीमारी
जो योगाभ्यास की करते हैं समझदारी