राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि I उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग कार्यालय (UPPSC) ने दो शिफ्ट, दो परीक्षा का फैसला वापस ले लिया है। प्रयागराज में आयोग के सामने 4 दिनों से डटे 20 हजार छात्रों के आंदोलन के आगे सरकार को झुकना पड़ा है।
आयोग के सचिव अशोक कुमार गुरुवार दोपहर करीब 4 बजे कार्यालय से बाहर आए। उन्होंने कहा, ‘UPPSC एक दिन में प्रारंभिक परीक्षा कराएगा। समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (RO/ARO) परीक्षा -2023 के लिए आयोग एक कमेटी बनाएगा। कमेटी सभी पहलुओं पर विचार कर अपनी विस्तृत रिपोर्ट पेश करेगी।’
यानी PCS प्री और RO/ARO प्री परीक्षा टाल दी गई है। पीसीएस परीक्षा 7 और 8 दिसंबर को होनी थी, जबकि RO/ARO परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को प्रस्तावित थी। अब नए डेट घोषित की जाएगी।
सरकार और आयोग के बैकफुट पर आने के बाद भी छात्र अभी भी आयोग के बाहर डटे हुए हैं। वे भोंपू बजाकर और बोतलें पटक कर हूटिंग कर रहे हैं।
आज सुबह प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिसकर्मियों में झड़प हो गई थी। पुलिसकर्मी सादी वर्दी में धरना दे रहे छात्रों को जबरन उठाने पहुंचे। पुलिस को देखते ही छात्र एक-दूसरे पर लेट गए। छात्रों का कहना था कि पुलिसकर्मियों ने छात्राओं के साथ बदसलूकी की। गालियां भी दीं।
पुलिस की इस हरकत से छात्र भड़क गए। करीब एक घंटे के अंदर 10 हजार से ज्यादा छात्र आयोग के नजदीक पहुंच गए। पुलिस ने बैरिकेडिंग करके आयोग के रास्ते को सील कर दिया था। प्रदर्शनकारी छात्रों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी। छात्र आयोग के गेट तक पहुंच गए थे।
राहुल गांधी ने X पर छात्रों का मुद्दा उठाया। लिखा, ‘शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करने में जुटी भाजपा सरकार की अक्षमता की कीमत आखिर छात्र क्यों चुकाएं? ‘पढ़ाई’ करने वाले छात्रों को सड़क पर ‘लड़ाई’ करने को मजबूर कर दिया गया है और अब उनका पुलिस के जरिए उत्पीड़न किया जा रहा है। युवाओं के साथ ये अन्याय हम स्वीकार नहीं करेंगे।’