राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि I इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के परमानेंट अकाउंट नंबर (पैन) 2.0 प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल चुकी है। मकसद पैन के इस्तेमाल को और सुरक्षित बनाना है। इसके जरिए ऑथेंटिकेशन आसान होगा। नए पैन 2.0 में एक क्यूआर कोड है जिसे स्कैन करके आसानी से वेरिफिकेशन किया जा सकेगा। पैन 2.0 को लेकर लोगों के मन में तमाम सवाल हैं।
1. सवाल: क्या पुराना पैन अमान्य होगा? जवाब: नहीं। वैधता पर कोई असर नहीं पड़ेगा। जो नए पैन के लिए अप्लाय करेंगे उन्हें यह पैन 2.0 मिलेगा।
2. सवाल: नया पैन कैसे मिलेगा? जवाब: अगर क्यूआर कोड वाला नया पैन चाहते हैं तो आवेदन कर सकते हैं। यह रजिस्टर्ड ईमेल पर मिल जाएगा। वहां से डाउनलोड कर सकते हैं।
3. सवाल: इसके लिए कहां आवेदन दें? जवाब: दो एजेंसियां अधिकृत हैं। ये प्रोटीन (पूर्व में एनएसडीएल ई-गवर्नेंस)व यूटीआई इन्फ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी एंड सर्विसेज लि. (यूटीआईआईटीएसएल) हैं। रीप्रिंट के लिए किस एजेंसी से संपर्क करना है, यह जानने के लिए अपने पैन कार्ड के पीछे चेक करें।
सवाल: क्यूआर कोड वाले पैन पर कितना शुल्क है? जवाब: अगर फिजिकल कार्ड चाहिए तो 50 रुपए का शुल्क चुकाना होगा।
4. सवाल: पैन कितने दिन में मिलेगा? जवाब: अगर फिजिकल फॉर्म में शुल्क जमा किया है तो कार्ड रीप्रिंट करके रजिस्टर्ड पते पर भेजा जाएगा। नया पैन कार्ड 20 दिनों में आ जाना चाहिए।
5. सवाल: नए पैन से क्या फायदा होगा? जवाब: बायोमेट्रिक और आधार इंटीग्रेशन से पहचान की चोरी और पैन का गलत इस्तेमाल रोका जा सकेगा। पैन 2.0 से टैक्स फाइलिंग आसान हो जाएगी।