राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि | आहार की पौष्टिकता पर ध्यान देना बहुत आवश्यक माना जाता है। हालांकि सिर्फ इतना ही पर्याप्त नहीं है, आप किस वक्त किन चीजों का सेवन कर रहे हैं इस बारे में भी ध्यान रखना आवश्यक हो जाता है। विशेषतौर पर रात के खाने के वक्त आहार का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। रात के समय मेटाबॉलिज्म की दर कम होती है, ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञ डिनर को हमेशा हल्का रखने की सलाह देते हैं। वहीं जो लोग रात में भारी भोजन करते हैं उन्हें अक्सर पाचन से संबंधित समस्याएं बनी रहती हैं। डिनर में आहार का चयन भी काफी महत्वपूर्ण हो जाता है शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आहार की मात्रा का निर्धारण किया गया है। सुबह के नाश्ते को हमेशा भारी और पौष्टिक चीजों वाला रखा जाना चाहिए, दोपहर का भोजन हल्का और रात का भोजन सबसे हल्का रखें। हालांकि ज्यादातर लोग इसका उल्टा करते हैं।
अधिकतर लोग डिनर में काफी भारी आहार कर लेते हैं जिसके कारण कई प्रकार की पाचन और अन्य समस्याएं बन रह सकती हैं। लंबे समय तक बनी रहने वाली यह आदत कई क्रोनिक स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को भी बढ़ा देती है। यदि आप रात में लगातार भारी भोजन करते हैं, तो आपका पाचन कमजोर हो सकता है और समय के साथ यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोग, कब्ज और पेट फूलने का कारण बन सकता है। रात के समय में मेटाबॉलिज्म कम होने के कारण भोजन का पाचन ठीक से नहीं हो पाता है जिससे पेट में लंबे समय तक बिना पचा हुआ भोजन बना रहता है। इससे न तो आपको भोजन से पर्याप्त पोषण ही मिल पाता है साथ ही यह पाचन विकारों को बढ़ावा देने वाली स्थिति भी हो सकती है।