राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि | भगवान गणेश की पूजा-अराधना के लिए खास माना जाता है। सनातन धर्म में गणेश जी प्रारंभ के देवता माने जाते हैं। गणेश जी विघ्न को दूर करके मंगल करने वाले देवता हैं। किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत विध्नहर्ता गणेश की पूजा से ही होती है। इसलिए प्रत्येक बुधवार को विधि-विधान से भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए। मान्यता है कि श्रद्धापूर्वक इस दिन गणेशजी के निमित्त व्रत और पूजा करने से भक्तों के सारे संकट दूर हो जाते हैं एवं गणेश जी भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। शिव-गौरी नंदन भगवान गणेश की पूजा के दौरान कई प्रकार के मंत्रों का जाप किया जाता है, जिससे भक्तों की सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यदि आप भी बुधवार के दिन गणेश जी की पूजा करते हैं इन मंत्रों का जाप जरूर करें। मान्यता है कि इन मंत्रों में से किसी भी एक मंत्र का जाप करेंगे तो आपको मनचाहा वर मिलेगा। मंत्रों का भी कर सकते हैं जाप, गणेश मूल मंत्र, ‘इदं अक्षतम् ऊं गं गणपतये नमः पूजा के दौरान गणेश जी को चावल चढ़ाते समय दिए गए मंत्र को बोलें और तीन बार चावल चढ़ाएं।’