राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। मानव शरीर बिना रक्त के हाड़-मांस का ढांचा है। शरीर के सुचारू रूप से कार्य करने के लिए खून की जरूरत होती है। अगर शरीर में खून की कमी हो जाए तो व्यक्ति का जीवन खतरे में पड़ सकता है। अगर किसी व्यक्ति को खून की जरूरत हो लेकिन समय पर खून न मिल सके तो उसकी जान भी जा सकती है। इसलिए लोगों से रक्तदान की अपील की जाती है। रक्तदान से किसी जरूरतमंद के लिए रक्त की पूर्ति हो जाती है और एक स्वस्थ व्यक्ति के द्वारा रक्तदान फायदेमंद भी होता है। लोगों को रक्तदान के लिए बढ़ावा देने और रक्तदाता का आभार जताने के लिए हर साल 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाता है। दुनियाभर में इस दिन को मनाने का उद्देश्य जरूरतमंदों को खून उपलब्ध कराना है ताकि खून की कमी से किसी मरीज की जान न जाए।
साल 2004 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रक्तदान दिवस मनाने की शुरुआत की थी। तब से हर साल 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाने लगा। हर साल रक्तदाता दिवस की थीम अलग अलग होती है। साल 2022 रक्तदाता दिवस की थीम ‘Donating blood is an act of solidarity. Join the effort and save lives.’ है यानी ‘रक्तदान एकजुटता का कार्य है। प्रयास में शामिल हों और जीवन बचाएं।’