राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। आयरलैंड के भारतवंशी प्रधानमंत्री लियो वराडकर ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपनी पार्टी- फाइन गेल पार्टी का लीडर पद भी छोड़ा है।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा- मेरे पद छोड़ने की वजह दोनों- पर्सनल और पॉलिटिकल है। मुझे लगता है कि देश की गठबंधन सरकार के पास किसी अन्य नेता के लीडरशिप में आगे बढ़ने का बेहतर मौका होगा।
उनकी पार्टी ने नए नेता के लिए नामांकन शुरू कर दिया है। इसके नतीजे 5 अप्रैल को घोषित किए जाएंगे। वहीं, 9 अप्रैल को संसद में नए प्रधानमंत्री के लिए चुनाव होगा।
43 साल के लियो आयरलैंड के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री रहे। ये उनका दूसरा कार्यकाल था। 2017 में 38 साल की उम्र में वो पहली बार प्रधानमंत्री बने थे। यह कार्यकाल 2020 तक चला था। इतना ही नहीं, वो आयरलैंड के पहले गे PM भी हैं। उनका जन्म 18 जनवरी 1979 को आयरलैंड की राजधानी डबलिन में हुआ था। उनकी मां मरियम का संबंध आयरलैंड से ही था।
2015 में किया था गे होने का ऐलान
आयरलैंड में 1993 तक समलैंगिकता को अपराध माना जाता था। 2013 में आयरलैंड ने एक जनमतसंग्रह करवाया जिसके बाद वहां 2015 के मई महीने में सेम सेक्स (समलैंगिक) शादी को मान्यता दी। इसके कुछ महीने पहले जनवरी 2015 में वराडकर खुलकर सामने आए और उन्होंने अपने समलैंगिक होने की बात पब्लिक की। उस वक्त वो हेल्थ मिनिस्टर थे।
कम उम्र से ही पॉलिटिक्स में इंटरेस्ट था
उन्होंने छात्र जीवन से ही राजनीति में कदम बढ़ा दिए थे। साल 2007 में वो डबलिन वेस्ट से फाइन गेल के टिकट पर चुनाव जीते और काउंसलर बने। उस वक्त वो केवल 24 साल के थे।