राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि | मुगलों ने संगीत, नृत्य और पेटिंग की परंपरा दी। हम तैमूर, नादिर शाह की बात नहीं करते हैं क्योंकि वे आए और लेटकर चले गए लेकिन मुगलों ने हमें लूटा नहीं वे यही रहे। मुगल यहां आए इसे अपना वतन बनाने। आप उन्हें चाहें तो शरणार्थी कह सकते हैं। शाह के इस बयान पर हंगामा मच गया है। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा- मुगल पहले रिफ्यूजी बनकर आए और जो यहां के थे उन्हें ही रिफ्यूजी बना दिया। एक यूजर ने लिखा- आक्रमणकारी हमेशा आक्रमणकारी होते हैं। हम उन्हें अपने राष्ट्र निर्माता के रूप में नहीं गिन सकते। इन आक्रमणकारियों के आने से पहले हमारी शिक्षा व्यवस्था भी बहुत अच्छी थी। भारत सिर्फ उन्हीं इमारतों की वजह से मशहूर नहीं है। अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने देश में गृह युद्ध की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि देश में सब कुछ मुस्लिमों को डराने के लिए किया जा रहा है। शाह का मानना है कि जो लोग मुसलमानों के नरसंहार का आह्वान कर रहे हैं वो देश में गृहयुद्ध का आह्वान कर रहे हैं। उन्होंने कहा सत्ताधारी दल अलगाववाद को बढ़ावा दे रहा है और औरंगजेब को बदनाम किया जा रहा है।