राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों को बढ़ावा दे सकती है। यही कारण है कि इस बीमारी से बचाव करने के लिए लोगों को चीनी या अन्य मीठी चीजों का कम से कम सेवन करने की सलाह दी जाती है। मिठाइयों से लेकर कुछ पेय पदार्थों तक, कई चीजों में चीनी की मात्रा अधिक हो सकती है। चीनी के ये छोटे क्रिस्टल आपके शरीर को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं। अगर आपको लगता है कि चीनी का अधिक सेवन करने से सिर्फ डायबिटीज का खतरा अधिक होता है, तो यह आपकी भूल है। अधिक मात्रा में चीनी या अन्य मीठी चीजों का सेवन मधुमेह के साथ मोटापा, सूजन आदि के खतरे को भी बढ़ा सकता है। आहार में चीनी का सेवन कम करना चाहिए। आइए आगे की स्लाइडों में जानते हैं कि ऐसा करना आपके लिए किस तरह से लाभदायक हो सकता है? मीठी चीजों का कम सेवन करना आपके शुगर के स्तर को बेहतर बनाए रखने में भी मदद करता है। क्या आप ‘शुगर रश’ के बारे में जानते हैं? चीनी के अधिक सेवन के बाद ऊर्जा में अचानक वृद्धि होती है, जिसके बाद आपको थकान महसूस होने लगता है। चीनी का सेवन कम करने से ऊर्जा के इस अचानक उछाल को रोकने के साथ ऊर्जा के एक समान प्रवाह को बनाए रखने में मदद मिलती है। सेहत के लिहाज से किसी भी चीज का अचानक से होने वाला प्रभाव लंबे समय के लिए नुकसानदायक हो सकता है। यह ज्ञात तथ्य है कि चीनी का अधिक सेवन करना ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावित कर सकता है। मीठी चीजें इंसुलिन प्रतिरोध को भी बढ़ा देती हैं जो रक्त में शर्करा की मात्रा को तेजी से बढ़ाने का कारक मानी जाती है। यदि आप मधुमेह से पीड़ित नहीं भी हैं, तो भी चीनी का सेवन कम करें, ऐसा करके आप प्रीडायबिटीज के खतरे को कम कर सकते हैं। डायबिटीज के कारण शरीर में कई अन्य तरह की गंभीर बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है।