राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। सबसे सुंदर ग्रह शनि के साथ चंद्रमा, शुक्र ग्रह पास पास रहेंगे। सूर्य अस्त होने के बाद पश्चिम दिशा में चन्द्रमा, शुक्र ग्रह शनि के साथ दिखाई देंगे। तीनों ग्रह एक साथ आसमान में बिना किसी टेलिस्कोप की मदद से देखे जा सकेंगे।
इस दिन सूर्य अस्त के बाद पश्चिम दिशा में चंद्रमा, शुक्र, शनि के साथ दिखाई देंगे। इसे खगोलीय भाषा में चंद्रमा-शुक्र- शनि युति कहते हैं। द्वितीया तिथि पर सायन गणना के अनुसार चंद्रमा कुम्भ राशि में 27 अंश 2 कला पर होगा एवं उसकी क्रांति 16 अंश 59 कला दक्षिण होगी। शुक्र ग्रह कुम्भ राशि में 25 अंश 13 कला पर होगा एवं उसकी क्रांति 14 अंश 29 कला दक्षिण होगी। शनि ग्रह भी कुम्भ राशि में 24 अंश 50 कला पर होगा एवं उसकी क्रांति 14 अंश 25 कला दक्षिण होगी। शाम 6 बजकर 8 मिनट पर सूर्यास्त के बाद पश्चिम दिशा में हंसिए के आकार का चंद्रमा दिखाई देगा। ठीक नीचे थोड़ा दक्षिण की ओर लट्टू के समान चमकता हुआ शुक्र ग्रह दिखाई देगा। शुक्र ग्रह के ठीक नीचे एवं कम चमकदार शनि ग्रह को आप देख सकेंगे। इस दिन चंद्रमा शाम 7 बजकर 54 मिनट पर अस्त हो रहा है। यह नज़ारा आप लगभग 1 घंटे 30 मिनट तक देख सकेंगे।