राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि/अमेरिका के सैन एंटोनियो में पुलिस ने एक भारतीय युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना 21 अप्रैल की है, जिसकी जानकारी अब सामने आई है। मृतक का नाम सचिन साहू बताया गया है, जो उत्तर प्रदेश का रहने वाला था।
सैन एंटोनियो पुलिस के मुताबिक, सचिन ने एक 51 साल की अपनी रूममेट को गाड़ी से टक्कर मार दी थी। टक्कर मारने के बाद वो वहां से भाग गया था। पीड़िता की हालात गंभीर है। इस मामले में पुलिस साहू के खिलाफ जांच कर रही थी।
साहू के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था
पुलिस ने साहू के खिलाफ जांच शुरू कर दी और गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। 21 अप्रैल को शाम 6:30 बजे पुलिस उसके घर सैन एंटोनियो के चेविओट हाइट्स पहुंची तो साहू वहां से भाग गया।
कुछ ही घंटों के बाद साहू के पड़ोसियों ने उसके घर पर मौजूद होने की जानकारी पुलिस को दी। जब पुलिस उसको पकड़ने के लिए पहुंची तो साहू ने भागने की कोशिश की और अपनी गाड़ी से दो पुलिस अधिकारियों को टक्कर मार दी।
उसी समय वहां मौजूद पुलिस अधिकारी टायलर टर्नर ने साहू पर गोली चला दी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस दौरान एक पुलिसकर्मी को गंभीर चोट आई, जिसे अस्पताल ले जाया गया और दूसरे अधिकारी का इलाज घटनास्थल पर ही किया गया।
अमेरिका में लगातार भारतीयों की मौत की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। इन हमलों पर इस साल फरवरी में व्हाइट हाउस ने कहा था कि नस्ल, लिंग या किसी भी आधार पर हिंसा अमेरिका में अस्वीकार्य है।
व्हाइट हाउस में अमेरिका के नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनका प्रशासन इन हमलों को रोकने की पूरी कोशिश कर रहा है।
भारतीय छात्रों की सुरक्षा पर सवाल
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी से भारतीय छात्रों पर हमलों और माता-पिता के बीच अपने बच्चों को अमेरिका भेजने की चिंताओं के बारे में एक सवाल पूछा गया था। इसके जवाब में उन्होंने कहा था कि निश्चित रूप से अमेरिका में हिंसा के लिए नस्ल, लिंग, धर्म या किसी भी तरह का बहाना बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है।