राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि । अलकायदा का सरगना अयमान अल जवाहिरी अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया। एक अमेरिकी अधिकारी ने खुलासा किया कि जैसे वह बालकनी में टहलने के लिए निकला उस पर रीपर ड्रोन से दो R9X हेलफायर मिसाइलें दागी गईं।
हमला अफगानिस्तान के समयानुसार, रविवार सुबह 6 बजकर 18 मिनट पर किया गया। उधर, अमेरिका में शनिवार की रात के 9 बजकर 48 मिनट का समय था। अमेरिकी अफसर ने बताया कि अमेरिकी एजेंसियां काबुल में उसका पिछले 6 महीने से लगातार पीछा कर रही थीं। इस कार्रवाई पर अमेरिका ने कहा कि 9/11 हमले का बदला ले लिया है। राष्ट्रपति जो बाइडेन बोले- इंसाफ हो गया।
पत्नी-बेटी को ट्रैक कर रही थी अमेरिकी एजेंसी, जवाहिरी मिल गया
इस साल जनवरी में अमेरिकी खुफिया सूत्रों को पता चला कि अल-जवाहरी की पत्नी, बेटी और पोते काबुल में एक घर में शिफ्ट हुए हैं। अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक, हमने उन पर नजर रखी। वैसे जवाहिरी का परिवार वो सारे ऐहतियात बरत रहा था, जिससे कोई उनका पीछा न कर सके, लेकिन सुराग मिल चुके थे।
अब यह भरोसा हो चुका था कि अल-जवाहिरी भी घर पर हो सकता है। अधिकारी के मुताबिक, ओसामा बिन लादेन की तरह ही जवाहिरी की लाइफ के पैटर्न को समझने के लिए अलग-अलग सोर्स और तरीकों का इस्तेमाल किया गया, जिससे कंफर्म हो गया कि वो उस घर में मौजूद है। इससे एक और बात पता चली कि वो बालकनी में वक्त बिताता है। हमले के लिए इसी समय को चुना गया। वैसे पिछले 12 महीने से अमेरिकी एजेंसियां जवाहिरी का पीछा कर रही थीं।
यह ठिकाना मध्य काबुल के शेरपुर इलाके में है। यह पूरा इलाका अफगान डिफेंस मिनिस्ट्री का है। हाल के दिनों में यहां अफगानिस्तान के बड़े अफसरों के घर बने हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबानी गृह मंत्री और कुख्यात आतंकी सिराजुद्दीन हक्कानी ने उसे अपने एक बेहद सुरक्षित घर में पनाह दी थी।