राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि। जोड़ों में होने वाली इस समस्या के कारण लोगों के लिए सामान्य रूप से चलना और दिनचर्या के आसान कामों को करना भी कठिन हो जाता है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को आर्थराइटिस से बचाव के उपाय करते रहने की सलाह देते हैं। आमतौर पर माना जाता रहा है कि आर्थराइटिस सिर्फ घुटने में दर्द और सूजन का कारण बनती है, पर क्या आप जानते हैं कि यह समस्या हाथों में भी हो सकती है? हाथों में आर्थराइटिस की दिक्कत होने के कारण दिनचर्या के सामान्य कामकाज तक करना कठिन हो जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, आर्थराइटिस की कुछ स्थितियों में हाथ, कलाई और उंगलियों में दर्द और सूजन की दिक्कत देखी जाती रही है। ऑस्टियोआर्थराइटिस, रूमेटोइड आर्थराइटिस और सोराटिक आर्थराइटिस में हाथों पर असर अधिक हो सकता है। हाथों में होने वाली आर्थराइटिस की समस्या के कारण वस्तुओं को पकड़ना, लिखना और चीजों को उठना दर्दकारक हो सकता है।
पैरों की तरह ही, हाथों में भी आर्थराइटिस की समस्या किसी को हो सकती है। डॉक्टर्स बताते हैं, हाथों में कई जोड़ होते हैं जिनमें गठिया की समस्या के विकसित होने का खतरा हो सकता है। यह आपके जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है। यदि इसे अनुपचारित छोड़ दिया जाता है, तो समय के साथ इसके गंभीर रूप लेने का भी जोखिम हो सकता है। हालांकि अगर शुरुआत में ही स्थिति को पहचान कर इसका इलाज कर लिया जाए तो इसकी जटिलताओं को कम करने में मदद मिल सकती है। दर्द के कारण कुछ भी उठाने में दिक्कत महसूस होना।
उंगलियों को पूरी तरह से खोलने और बंद करने में परेशानी होना। प्रभावित हिस्से में तेज दर्द के साथ सूजन और लालिमा बनी रहना। लिखने या कंप्यूटर पर टाइप करने तक में तेज दर्द का एहसास होते रहना।