राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि | बढ़ा हुआ वजन कई समस्याएं साथ लेकर आता है। यह केवल शरीर पर जमी हुई चर्बी भर नहीं होती, इसकी वजह से शरीर के भीतर चल रहे कार्यों पर भी बुरा असर पड़ने लगता है। जैसे हार्मोन्स के उत्पादन में असंतुलन, लिवर, ह्रदय व फेफड़ों पर बढ़ता दबाव आदि। डायबिटीज और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां भी मोटे लोगों को आसानी से शिकंजे में ले लेती हैं। कोरोना जैसी महामारी के आने के बाद तो यह और भी लाजमी हो गया है क्योंकि इस बीमारी ने उन लोगों को बड़े पैमाने पर तकलीफ पहुंचाई जो जीवनशैली और मोटापे के कारण कई समस्याओं से जूझ रहे थे। ऐसे लोगों को रिकवरी में भी बहुत दिक्कत आई। वजन को संतुलित रखने में ऐसे खाद्य बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं आपके लिए सुबह के नाश्ते का भी महत्वपूर्ण हिस्सा हो सकता है और शाम की चाय के समय का भी। यूं सेब को लेकर स्वास्थ्य से जुडी कई बातें कही जाती हैं लेकिन सेब और नाशपती के दो सबसे बड़े गुण हैं इनका पानी और फाइबर से भरपूर होना। इससे पेट तो भरता ही है, फाइबर आँतों की सफाई भी कर डालता है। जरूरी यह है कि स्मूदी या जूस की जगह साबुत फल खाएं। जितनी देर आप फल को अच्छे से चबा कर खाएंगे उस प्रक्रिया में भी कई कैलोरीज बर्न होंगी। इसी तरह योगर्ट और दही का प्रयोग भी आप ड्रेसिंग से लेकर नाश्ते तक के रूप में कर सकते हैं। ये पाचन तंत्र को फायदा पहुंचाने वाले बैक्टीरिया और इम्युनिटी दोनों को बढ़ाता है। चाहें तो एक गिलास लस्सी बनाकर पियें या बाजार में मिलने वाले हेल्दी योगर्ट के विकल्प को चुनें।