कुलपति प्रो.डॉ.संजीत कुमार गुप्ता ने अगले शैक्षणिक वर्ष में उर्दू विभाग की स्थापना करने का किया वादा
राष्ट्र आजकल/प्रदीप बच्चन/ बलिया उत्तर प्रदेश
बलिया (यूपी) में अंजुमन तरक्की ए उर्दू का एक प्रतिनिधिमंडल डॉ० हैदर अली खान के नेतृत्व में जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. संजीत कुमार गुप्ता से मिला और विश्वविद्यालय में उर्दू विभाग की स्थापना कर शिक्षण व शोध कार्य प्रारंभ करने के अनुरोध के साथ एक ज्ञापन प्रस्तुत किया। संवाददाता -डॉ० सैयद सेराज अहमद ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रतिनिधिमंडल में डॉ० मसूद अली, मधुसूदन श्रीवास्तव, इफ्तिखार गाज़ी, डॉ० अब्दुल अव्वल, अल्ताफ अहमद, जमील अहमद, राधेश्याम यादव, अमित कुमार सोनू शामिल रहे। डॉ० अब्दुल अव्वल ने अंजुमन तरक्की ए उर्दू बलिया द्वारा उर्दू के प्रचार-प्रसार एवं विकास के लिए किए गए कार्यों पर प्रकाश डालते हुए उर्दू को एक ऐसी भारतीय भाषा बताया जिसका भारत की स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका रही। डॉ० हैदर अली खान ने बीएचयू में उर्दू विभाग की स्थापना के समय उर्दू विरोधियों को पंडित मदन मोहन मालवीय का यह जवाब उद्धरित किया की मैं एक विश्वविद्यालय खोल रहा हूं जहां दुनिया के सभी ज्ञान विज्ञान और भाषाएं पढ़ाई जाएंगी। डॉ० मसूद अहमद ने शोध के नियमों पर चर्चा करते हुए इसके मानकों को ऊंचा रखने के उपाय और प्रयासों पर प्रकाश डाला। मधुसूदन श्रीवास्तव ने पुस्तकालय की उपयोगिता पर चर्चा करते हुए अपनी निजी पुस्तकें पुस्तकालय को दान करने की बात कही। जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ० संजीत कुमार गुप्ता ने अगले शैक्षणिक वर्ष में अपने विश्वविधालय में एक उर्दू विभाग की स्थापना करने का वादा किया और एसोशियेशन के सदस्यों को बोर्ड ऑफ स्टडी की बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। इस अवसर पर कामरेड तेज नारायण ने प्रोफेसर गुप्ता एवं विश्वविद्यालय के अन्य प्रोफेसरों को ” हिंदी उर्दू शिक्षक” पुस्तक उपहार स्वरूप भेंट किया। अंत में डॉ० हैदर अली खान ने कुलपति प्रोफेसर संजीत कुमार गुप्ता को अपना बहुमूल्य समय देने और उर्दू प्रेमियों की बातों पर विचार कर उनका हौसला अफजाई करने पर धन्यवाद दिया।