राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि । महाराष्ट्र के कई हिस्सों में अगले दो दिनों तक भारी बारिश की संभावना मौसम विभाग की ओर से जताई गई है। इन जिलों में ठाणे, पालघर, रायगढ़ और मुंबई शामिल है। इससे पहले बरसात के बाद हुई तबाही को देखते हुए इन सभी जिलों में NDRF कि टीमों को अलर्ट पर रखा गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र और कोंकण के कई हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इसकी दिशा उत्तर पश्चिम होने के कारण इसका प्रभाव पूरे महाराष्ट्र पर होगा। इसका सबसे ज्यादा असर उत्तरी कोंकण में होगा। IMD के अनुसार, महाराष्ट्र के जलगांव, औरंगाबाद, बुलढाना, जालना, अकोला, यवतमाल, अमरावती सहित विदर्भ के निचले इलाकों में भारी होने के कारण दिक्कतों का सामना लोगों को करना पड़ सकता है।
इससे पहले राज्य के बीड में भारी बारिश होने के कारण मजलगांव बांध में पानी की मात्रा भंडारण क्षमता के 100 प्रतिशत तक पहुंच गई थी। जिसके बाद सोमवार को पानी के प्रवाह को देखते हुए एहतियातन 10 गेट खोल दिए गए थे।
कुछ दिनों पहले आई बाढ़ से प्रभावित चिपलून में पिछले कुछ घंटों के दौरान फिर से तेज बरसात हो रही है, जिसके बाद सड़कों पर घुटनों तक पानी जमा होने लगा है। मंगलवार सुबह शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया है। चिपलून नगर पालिका ने आपदा प्रबंधन समिति से जुड़े लोगों को प्रभावित इलाकों में तैनात कर दिया है। लोगों की मदद के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। स्थानीय तहसीलदार ने कहा है कि कुछ जगहों पर नावें भी लाई गईं हैं और NDRF की टीम भी राहत कार्य के लिए तैनात की गई है।
भारी बारिश के कारण महाराष्ट्र के नांदेड़ में भी शहर और गांवों की सड़कें जलमग्न हो गईं हैं। रातभर हुई बरसात के बाद जिले के भोकर, हडगांव, हिमायतनगर, मुखेड और अर्धपुरी में सड़के पानी में डूब गईं हैं। इन इलाकों में सुबह का अखबार और दूध भी नहीं पहुंचा है। अगर बारिश लगातार जारी रही तो स्थितियां और गंभीर हो सकती है।