राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि । कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने पानी की टंकी पर चढ़कर देश का तिरंगा फहराया। इस दौरान उनके साथ पूर्व सीएम सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार भी मौजूद थे। राहुल ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि कन्नड़ भाषा का सम्मान होना चाहिए।
भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। अब यह कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में पहुंच गई है। गुरुवार को इसका 36वां दिन था। राहुल 12 राज्यों की यात्रा करते हुए कश्मीर जाएंगे। अब तक उन्होंने 925 किमी की यात्रा तय की है।
राहुल गांधी चित्रदुर्ग में एक जगह से गुजर रहे थे, तभी उन्हें पानी की टंकी में पार्टी का बैनर और झंडा दिखा। वे पानी की टंकी पर चढ़ने लगे। इसके बाद कई कार्यकर्ता भी उनके पीछे-पीछे आ गए। राहुल ने टंकी पर चढ़कर देश का तिरंगा फहराया और कुछ मिनट बाद उतर आए।
कन्नड़ को लेकर उठे विवाद के बीच राहुल गांधी ने कहा कि BJP और RSS को लगता है कि वे कर्नाटक के इतिहास पर हमला कर सकते हैं। लेकिन अगर कोई भी ऐसा करता है तो उन्हें कांग्रेस पार्टी की पूरी ताकत का सामना करना होगा।
राहुल ने आगे कहा कि भाजपा कन्नड़ को सेकेंडरी लैंग्वेज समझती है। इसका सम्मान नहीं करना चाहती, लेकिन कांग्रेस के लिए ये भाषा भी प्राइमरी है। अगर कर्नाटक के लोग कन्नड़ बोलना चाहते हैं, केरल के लोग मलयालम और तमिलनाडु के लोग तमिल बोलना चाहते हैं तो उन्हें इसकी फ्रीडम होनी चाहिए।
तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों कर्नाटक में है। यहां से यात्रा तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, UP, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब होते हुए केंद्र शासित प्रदेश कश्मीर तक जाएगी। राहुल की यह यात्रा करीब 3570 किमी की है। इस यात्रा के जरिए कांग्रेस 372 लोकसभा सीटों पर फोकस कर रही है।
यात्रा का कॉन्सेप्ट महात्मा गांधी के ‘दांडी मार्च’ से लिया गया है। इसे जमीन पर उतारने की जिम्मेदारी दिग्विजय सिंह को दी गई। वे 2017 में 3300 किलोमीटर की ‘नर्मदा परिक्रमा’ कर चुके हैं। दिग्विजय की अध्यक्षता में भारत जोड़ो प्लानिंग कमेटी बनी। हर राज्य में कोऑर्डिनेटर बनाए गए। इसके बाद हर जिले में एक टीम तैयार हुई। दिल्ली में भी 20 से ज्यादा लोग प्लानिंग से जुड़े रहे। इनमें मुकुल वासनिक और केसी वेणुगोपाल के अलावा कांग्रेस से जुड़े संगठनों के लोग भी थे।