भोपाल राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि | मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के कलेक्टर अविनाश लवानिया ने नए साल में ऐसा काम किया है, जिसकी देशभर में चर्चा हो रही है। भोपाल कलेक्टर ने थर्ड जेंडर को आईडी कार्ड जारी किए है। खास बात ये है कि अब तक ट्रांसजेंडर के पास कोई ID नहीं होती थी, उनके पास सिर्फ आधार, वोटर कार्ड जैसे दस्तावेज होते हैं, लेकिन देश में पहला यह मौका है जब ट्रांसजेंडर को अपनी एक अलग पहचान के लिए आईडी कार्ड दिए गए है।कलेक्टर अविनाश लवानिया ने थर्ड जेंडर कम्युनिटी के विकास और शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए एक विशेष पहल की है जिसमें भोपाल के ट्रांसजेंडर को पहचान पत्र (आईडी कार्ड) दिए जाने की शुरुआत की है। देश में थर्ड जेंडर को पहचान पत्र शुरू करने के बाद अब सामाजिक न्याय विभाग के साथ अन्य योजनाओं का लाभ भी इस समाज के वर्ग को उपलब्ध हो सकेगा।सामाजिक न्याय विभाग के संयुक्त संचालक आर.पी. सिंह ने बताया कि भोपाल जिले ने संभवत देश में पहली बार इस प्रकार की कार्रवाई से ट्रांसजेंडर समाज को एक विशेष पहचान मिलेगी। इसके साथ ही शासन की योजनाओं का लाभ भी मिल सकेगा और शासन स्तर पर योजनाएं भी बनाई जा सकेंगी। भोपाल जिले में इसकी शुरुआत की गई है अब भोपाल के सभी ट्रांसजेंडर के पहचान पत्र बनाए जाएंगे।