कचरा प्रबंधन में सुधार के लिए घरों से निकलने वाले गीले-सूखे कचरे को अलग-अलग नहीं करने पर जुर्माना लगाने का फरमान जारी किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए प्लानिंग के तहत काम किया जाएगा।

भोपाल (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि ): स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 को देखते हुए राजधानी भोपाल में नगर निगम ने एक बार फिर सख्ती की तैयारी शुरू कर दी है।
अधिकारियों ने बताया कि नगर निगम का उद्देश्य सख्ती नहीं है, लेकिन कई बार समझाइश के बाद भी मिश्रित कचरे में कमी नहीं रही है। लिहाजा अब जुर्माना की कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, जुर्माना से पहले नगर निगम सात दिनों तक लोगों को समझाइश देगा। इसके बाद भी यदि कचरा पृथक नहीं मिला तो लोगों से मौके पर ही कचरा अलग-अलग करवाया जाएगा। यह काम भी अभियान के तौर पर चलाया जाएगा। इसके बाद लोगों से जुर्माना राशि वसूल की जाएगी।
नगर निगम का बड़ा अमला सेग्रीगेशन के काम में लगाया जाता है। ऐसे में नगर निगम का समय व खर्च दोनों ही बढ़ता है। अपर आयुक्त शाश्वत मीणा ने बताया कि नगर निगम के सभी कचरा कचरा ट्रांसफर स्टेशनों पर सेग्रीगेशन (कचरा पृथक्कीकरण) का काम किया जा रहा है। एक माह बाद कचरा ट्रांसफर स्टेशनों पर यह काम नहीं किया जाएगा। इसके लिए जरूरी है कि घरों से ही गीला-सूखा कचरा अलग-अलग मिले।
शहर में कुल 800 टन कचरा रोज निकलता है। इसमें लगभग 500 टन से अधिक कचरा मिश्रित होता है। व्यवसायिक क्षेत्रों की अपेक्षा रहवासी क्षेत्रों में इसकी हालत खराब है। बता दें कि इससे पहले भी नगर निगम ने कचरा पृथक्कीकरण को लेकर पहल शुरू की थी, जिसका असर भी दिखा। लेकिन कुछ दिनों बाद ही हालात पहले की तरह हो गए।