भोपाल में वारदात करने के बाद अपने जिले में भाग जाते थे। इससे पुलिस को आरोपितों की पहचान करने में अधिक समय बर्बाद हो जाता था। यह सूची तैयार होने के बाद जिलास्तर पर थानों को भी मुहैया कराई जाएगी, जो अपराधियों की पहचान करने, उन्हें पकड़ने में मददगार साबित होगी।

भोपाल (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): क्राइम ब्रांच अब प्रदेश की राजधानी के बदमाशों के साथ पड़ोसी जिलों के बदमाशों की भी आपराधिक कुंडली तैयार करने में लगी है। पुलिस विदिशा, रायसेन, सीहोर और राजगढ़ मिलाकर करीब एक हजार छोटे से लेकर बड़े बदमाशों की सूची तैयार करने में जुटी है।
क्राइम ब्रांच के अनुसार पिछले छह माह में चोरी, वाहन चोरी, मादक पदार्थ तस्करी आदि मामलों में पुलिस ने ऐसे बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जो दूसरे जिलों से आकर भोपाल में वारदात कर वापस भाग जाते थे। उनकी जानकारी जुटाने में ही पुलिस का अधिक समय लग जाता था। पुलिस ने इन छह माह में गिरफ्तार किए बदमाशों के साथ उन बदमाशों के बारे में भी जानकारी जुटाई है। जो पूर्व में इन आसपास के जिलों से आकर वारदात कर चुके हैं।
क्राइम ब्रांच के अफसरों का कहना है कि इस सूची को तैयार करने के बाद शहर के थानों को भी देंगे, जिससे किसी आपराधिक घटना के बाद थानास्तर पर जांच में यह जानकारी मददगार साबित हो। साथ ही शहर में आरोपितों के मूवमेंट पर निगरानी भी हो सकेगी। ऐसा पहली बार है, जब एक जिले की पुलिस दूसरे जिलों के बदमाशों की सूची तैयार कर रही है।
डाटा तैयार होने के बाद तक इससे पुलिस को जांच में काफी मदद मिलेगी। बदमाशों की जानकारी जुटाने का काम अभी चल रहा है। भोपाल के पास के जिलों के बदमाशों के नाम के साथ उनके आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी भी जुटाई जा रही है। पास के जिलों के बदमाश वारदात करने के बाद वापस चले जाते थे। बाद में गिरफ्तारी के बाद उनकी पहचान होती थी।