शुरुआती जांच में कॉलोनी की ओर से लापरवाही की बात सामने आ रही है। बता दें कि दो माह पहले भी यह दीवार गिरी थी। बताया जा रहा है की उसमें रहने वाला परिवार दूसरी जगह रहने जाने के लिए सामान निकाल ही रहा था कि यह हादसा हो गया।

भोपाल (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): रविवार को शाम पांच बजे हुए इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि मलबे में दबने से उसके दो बेटे घायल हो गए। उन्हें खासी मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका। कोलार इलाके में स्थित पैलेस आर्चेड कॉलोनी की दीवार (रिटर्निंग वॉल) उससे लगी दामखेड़ा ए-सेक्टर बस्ती की एक झुग्गी पर गिर गई।
करीब दो महीने पहले भी बारिश के कारण चैनू के घर के करीब की दीवार गिरी थी। इस हादसे के बाद इन घरों को खाली करने के लिए कहा गया था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। कुछ दिनों से कॉलोनी की ओर से दीवार को बनाने का काम शुरू किया जा गया था। यह काम रविवार को भी चल रहा था। पुलिस के अनुसार दामखेड़ा ए-सेक्टर झुग्गी बस्ती में 55 साल के चैनू उर्फ मास्टर बरमैया अपनी पत्नी फूलाबाई, बेटे अनिल व नवल के साथ रहते थे।
चैनू मास्टर मजदूरी करते थे। घर के ठीक पीछे पैलेस आर्चेड कॉलोनी की दीवार (रिटर्निंग वॉल) है। इस दीवार से सटकर करीब सोलह घर बने है।
लोगों की मदद से अनिल व नवल को बाहर निकाल लिया गया, लेकिन चैनू मास्टर की मौत हो गई। दोनों बेटे घायल हैं। घटना की जानकारी लगने के बाद कलेक्टर-डीआईजी समेत आला अधिकारी पहुंच गए थे। इसी दौरान चैनू मास्टर को परिवार समेत घर खाली करना था। वे दोपहर करीब तीन बजे परिवार समेत घर खाली कर कुछ दूरी पर किराए के लिए कमरे में शिफ्ट होने वाले थे।
इसके लिए चैनू व दोनों बेटे अनिल व नवल घर से सामान निकाल रहे थे। पत्नी फूलाबाई अंदर जैसे ही बाहर आई, तभी कॉलोनी की दीवार सीधे झुग्गी के ऊपर गिरी। चैनू मास्टर व उसके दोनों बेटे मलबे में दब गए।