वह अरब देशों की तरफ बढ़ रहा है। इस वजह से अब प्रदेश में बारिश की संभावना कम ही है।
भोपाल (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): दो दिन से सक्रिय गहरा कम दबाव का क्षेत्र शनिवार को अरब सागर में पहुंचकर अवदाब के क्षेत्र में तब्दील हो गया है।
19 अक्टूबर को भी दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके में एक कम दबाव का क्षेत्र बनेगा, लेकिन इन सिस्टम से मप्र के मौसम में बदलाव की संभावना कम ही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बादल छंटने और हवा के रख में परिवर्तन होने से अब रात के तापमान में गिरावट होने लगेगी। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है।
संभवत: एक सप्ताह में दक्षिण-पश्चिम मानसून प्रदेश से विदाई भी ले सकता है। उधर, वातावरण में नमी की मात्रा कम होने से बादल भी छंटने लगेंगे। साथ ही हवाओं का रख भी उत्तर–पश्चिमी होने की संभावना है। इससे अब धीरे-धीरे रात के तापमान में गिरावट दर्ज होने लगेगी।