भोपाल समाचार राष्ट्र आजकल, मध्यप्रदेश में जल्द ही रोजगार के अवसर खुलने वाले है, क्योंकि प्रदेश की शिवराज सरकार लगातार रोजगार पर फोकस कर रही है। आए दिन युवाओं के हित में बड़े बड़े फैसले और ऐलान किए जा रहे है, वही अलग अलग विभागों द्वारा उद्योगपतियों को आमंत्रित कर उन्हें निवेश के लिए प्रेरित किया जा रहा है। तकनीकी शिक्षा विभाग के ‘एम्प्लॉईबिलिटी कॉन्क्लेव-2020″ के बाद अब औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री दत्तीगांव ने निवेशकों से चर्चा की है, जिसमें जर्मन कंपनियाँ ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि वे मध्यप्रदेश में करीब 408 करोड़ का निवेश करेंगे।
दरअसल, मध्यप्रदेश में नवीन निवेश को आकर्षित करने के लिए औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव ने मंत्रालय में उद्योगपतियों के साथ बैठक की। बैठक में उद्योगपतियों ने प्रदेश की उद्योग संवर्धन नीति की सराहना करते हुए प्रदेश में निवेश के प्रति रुचि दिखाई और कहा कि प्रदेश में उद्योग स्थापित करेंगे।
बैठक में मेसर्स हैटिच इंडिया कंपनी ने औद्योगिक क्षेत्र पीतमपुर में लगभग 280 करोड रुपए के स्थाई पूंजी निवेश से फर्नीचर फिटिंग निर्माण प्रोजेक्ट का प्रस्ताव दिया। वही जेडीएफ स्टीयरिंग गेयर इंडिया लिमिटेड ने भी औद्योगिक क्षेत्र पीतमपुर में ही लगभग 180 करोड रुपए के स्थाई पूंजी निवेश से ऑटो कंपनी निर्माण इकाई की स्थापना का प्रस्ताव दिया। इन दोनों प्रोजेक्ट से प्रदेश के लगभग 750 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार उपलब्ध होगा।
बैठक में बताया गया कि मेसर्स हैटिच कंपनी एक जर्मन बेस कंपनी है और वैश्विक बाजार में अपनी उत्पादन लागत व उच्च तकनीक के कारण पहचानी जाती है। जेडीएफ स्टीयरिंग गियर इंडिया लिमिटेड भी जर्मन ऑटो कंपोनेंट निर्माण कंपनी है, यह कंपनी जेडीएफ फ्रेडरिक सेफिन एजी का संयुक्त उपक्रम है। बैठक में कंपनियों के प्रतिनिधियों ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से अपनी अपनी कंपनियों के बारे में विस्तार से अवगत कराया। बैठक में एमडी एमपीआईडीसी जॉन किंगसलि, उप सचिव विजय दत्ता, मैसेज हैटिच इंडिया कंपनी के प्रमुख वित्त अधिकारी सुजीत कुमार व जेडीएफ इंडिया के प्रमुख वित्त अधिकारी जितेंद्र जैन व प्लांट हेड रथीना ना सिंगारबेलन मौजूद थे।