बेटी ने दलील है कि पिता ने खेल के दौरान कई बार उसकी गोटियों को मारा। वे चाहते तो उसकी गोटियों को न मारकर उसे जीतने का मौका भी दे सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। बेटी का यह भी आरोप था कि उसके पिता ने खेल में जीतने के लिए धोखाधड़ी की…

भोपाल (राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि): भोपाल में कुंटुब न्यायालय की काउंसलर सरिता राजानी के पास शनिवार को पहुंची 24 वर्षीय युवती का कहना था कि पिता ने लूडो खेलते हुए उसके साथ धोखा किया। लूडो के खेल में पिता से हारना बेटी को इस कदर नागवार गुजरा कि वह गुस्से से आग बबूला होकर कोर्ट पहुंच गई।
पिता ने कहा कि पता नहीं था कि बेटी इस खेल को इतनी गंभीरता से लेगी और हारने के बाद वह पिता से ही रिश्ता तोड़ने पर उतारू हो जाएगी। बेटी ने कहा कि पिता के इस व्यवहार से अब तक उनके लिए मन में जो इज्जत थी वह खत्म हो गई है। अब मैं उनसे रिश्ता नहीं रखना चाहती हूं। वहीं बेटी को हराने पर उसकी जबरदस्त नाराजगी झेलने वाले पिता रविवार को काउंसलर के सामने खुद की परवरिश से हारते नजर आए।
चार बार काउंसिलिंग के बाद युवती अब पिता को माफ करने को राजी है। उसका कहना था कि मेरी हर छोटी-बड़ी खुशी का ख्याल रखने वाले पिता ने लूडो जैसे खेल में धोखाधड़ी करके उसे हरा दिया। इससे मैं आहत हो गई थी। पिता ने कहा कि एक साल पहले उनकी पत्नी का निधन हुआ था। शायद मैं बेटी को वह प्यार नहीं दे पाया जो उसकी मां के जाने के बाद देना था।
बताया गया कि लॉकडाउन के कारण बेटी दोस्तों से भी नहीं मिल पा रही थी, जिससे अकेलापन बढ़ता गया। उन्हें अब अहसास हो गया है कि बच्चे ही उनकी दौलत हैं, वे बेटी के मन में चल रहे अंर्तद्वंद्व को समझ गए हैं और अब बेटी को समय देंगे। पिता ने काउंसलर को बताया कि वे अपने व्यवसाय में व्यस्त रहते हैं। बेटी को समय नहीं दे पाते।
कुटुंब न्यायालय भोपाल की काउंसलर सरिता राजानी ने कहा कि इस तरह का मामला पहली बार आया है। लड़की अपने पिता से बहुत प्यार करती है। पिता से लूडो में हारने से उसे मानसिक आघात पहुंचा था। काउंसलर ने पिता से कहा कि उन्हें अपनी परवरिश में बदलाव करने की जरूरत है।
बच्चों को हारना, माफी मांगना और गलती करने पर उसका एहसास कराना जरूरी है। बच्चों को अधिक से अधिक समय दें क्योंकि अब बेटी के लिए मां एवं पिता दोनों वही हैं। पिता ने कहा कि उनकी बेटी के मन में जो अप्रिय बातें हैं, उसे दूर करने का प्रयास करेंगे।