राष्ट्र आजकल प्रतिनिधि | प्रदेश में 28 दिसंबर से शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो रही है। तीन दिवसीय सत्र में शपथ ग्रहण, प्रश्नकाल, नवीन विधेयक प्रस्ताव को मंजूरी सहित अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद का चुनाव किया जाएगा।दरअसल एक तरफ जहां कांग्रेस उपाध्यक्ष पद की मांग कर रही है। वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश की राजनीति में दोनों दलों के बीच खींचातानी साफ नजर आ रही है। वही अध्यक्ष पद को लेकर बीजेपी के अंदर भी घमासान की स्थिति मची हुई है। विधानसभा अध्यक्ष के लिए जिन लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। उसमें पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला, केदारनाथ शुक्ला के अलावा विंध्य क्षेत्र से गिरीश गौतम भी शामिल है। इनके अलावा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा, नागेंद्र सिंह,अजय विश्नोई और यशपाल सिंह सिसोदिया के नाम भी सामने आ रहे हैं।जबकि विधानसभा उपाध्यक्ष पद की मांग कर रही कांग्रेस का कहना है कि सालों से चली आ रही परंपरा के मुताबिक विधानसभा का उपाध्यक्ष पद विपक्ष को ही मिलना चाहिए। बीजेपी का कहना है कि परंपरा को तोड़ने का काम कमलनाथ सरकार के दौरान किया गया था। जिसकी शुरुआत कांग्रेस ने की थी। वहीं उपाध्यक्ष का पद भाजपा अनुसूचित जाति जनजाति या ओबीसी के लिए रखने पर विचार कर रही है।वहीं इससे पहले शनिवार को भाजपा कोर ग्रुप की बैठक होगी। जिसमें प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव सहित सह प्रभारी पंकजा मुंडे और बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी शामिल होंगे। संगठन नियुक्तियों को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा मुरलीधर राव के साथ संगठन महामंत्री सुहास भगत से भी चर्चा करेंगे। माना जा रहा है कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र के बाद वीडी शर्मा बीजेपी कार्यकारिणी की घोषणा कर सकते हैं।





